टेमासेक के बाद भारत के प्रमुख स्नैक्स और खान-पान क्षेत्र के ब्रांड हल्दीराम स्नैक्स फूड (हल्दीराम्स) ने इक्विटी के अपने मौजूदा दौर में दो नए निवेशकों – आईएचसी (इंटरनैशनल होल्डिंग कंपनी) और अल्फा वेव ग्लोबल को भी शामिल किया है। इस घोषणा में हिस्सेदारी बिक्री के विवरण और इस बिक्री की राशि का खुलासा नहीं किया गया है।
पीडब्ल्यूसी ने अपनी विज्ञप्ति में कहा, ‘इस रणनीतिक कदम से हल्दीराम की वित्तीय स्थिति और मजबूत होगी। कंपनी अपनी वैश्विक विस्तार योजनाएं तेज कर रही हैं खास तौर पर अमेरिका और पश्चिम एशिया में। यह निवेश अल्फा वेव ग्लोबल और आईएचसी की मजबूत उपभोक्ता ब्रांडों वाली प्रमुख कंपनियों का समर्थन करने की प्रतिबद्धता दर्शाता है।’
विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि अल्फा वेव ग्लोबल और आईएचसी के निवेश से हल्दीराम को इन निवेशकों की विशेषज्ञता और नेटवर्क का लाभ मिलेगा और वह अमेरिका और पश्चिम एशिया जैसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी मौजूदगी बढ़ा सकेगी। और साथ ही भारत में भी अपनी उपस्थिति और मजबूत कर सकेगी। इससे पहले सूत्रों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया था कि हल्दीराम पांच से छह प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 50 करोड़ डॉलर और जुटाने पर विचार कर रही है। इस बात की संभावना है कि आईएचसी और अल्फा वेव ग्लोबल ने मिलकर पारंपारिक स्नैक क्षेत्र की इस दिग्गज कंपनी में पांच से छह प्रतिशत की हिस्सेदारी हासिल की है।
सूत्रों ने तब बताया था कि हल्दीराम 10 अरब डॉलर के मूल्यांकन के साथ टेमासेक को कंपनी की 10 प्रतिशत से थोड़ी कम हिस्सेदारी बेचने के लिए बातचीत कर रही है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह सौदा नियामकीय मंजूरी के तहत है और जल्द ही इसके पूरा होने की उम्मीद है।
पीडब्ल्यूसी इन्वेस्टमेंट बैंकिंग की टीम ने इस सौदे के लिए विशेष वित्तीय सलाहकार की भूमिका निभाई और खेतान ऐंड कंपनी ने कानूनी सलाहकार की भूमिका निभाई। इस सौदे में टेमासेक और अल्फा वेव ग्लोबल की कानूनी सलाहकार जेएसए थी।