केनरा बैंक के प्रबंध निदेशक (MD) एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) के सत्यनारायणन राजू ने इसी साल फरवरी में इस सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक की कमान संभाली थी। उन्होंने मनोजित साहा के साथ एक साक्षात्कार में अगले तीन साल के दौरान बैंक की विकास योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। पेश हैं उनसे हुई बातचीत के मुख्य अंश:
आपको इस साल बैंक का MD एवं CEO नियुक्त किया गया था। तीन साल के कार्यकाल में आपकी मुख्य प्राथमिकताएं क्या रहेंगी?
मई के इस सप्ताह में व्यवसायों के बारे में बोर्ड की बैठक हुई थी और हमने संबद्ध व्यावसायिक प्रमुखों और क्षेत्र में काम करने वालों के साथ चर्चा हुई थी। उस बैठक में हमने अगले 1,000 दिनों के लिए मानक तय किए। हम 12 प्रतिशत के औसत से व्यवसाय बढ़ाना चाहेंगे। हम तीन साल में 76-77 प्रतिशत का ऋण जमा अनुपात (credit deposit ratio ) बनाए रखना चाहेंगे। चालू एवं बचत खाता जमाएं (Casa) मौजूदा समय में 33 प्रतिशत पर हैं और हमने तीन साल में यह आंकड़ा 38 प्रतिशत पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इससे शुद्ध ब्याज मार्जिन बढ़ाने में मदद मिलेगी। हम अपनी सकल एनपीए (gross NPA ) 3 प्रतिशत से नीचे और NPA 1 प्रतिशत कम करना चाहते हैं।
केनरा बैंक का प्रावधान कवरेज रेशियो (PCR ) 68 प्रतिशत है, जो प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले कुछ कम है। क्या PCR सुधारने की कोई योजना है?
PCR में 87 प्रतिशत बट्टेखाते में डाली गई रकम भी शामिल है। इसे हटाकर PCR 68 प्रतिशत है। हम हरेक तिमाही में अपना PCR 75-100 आधार अंक बढ़ाना चाहेंगे। हमें विश्वास है कि एक साल की अवधि में हम इस आंकड़े को 70 प्रतिशत से ऊपर पहुंचाने में सफल रहेंगे।
यदि जमाओं को ऊंची दर पर पुन निर्धारित किया जाए, तो केनरा बैंक को मार्जिन सुधरने का अनुमान है। इस बारे में आपका क्या नजरिया है?
90 प्रतिशत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की मियादी जमाएं मुख्य तौर पर 1 साल की अवधि की हैं। ऊंची ब्याज दर के माहौल में, जमाओं को समय पूर्व बंद करना और ऊंची दर के साथ पुन: जमा करना सही है। जमाएं पूरी निर्धारित अवधि तक बनाए रखने की जरूरत नहीं है। 80-85 प्रतिशत जमाओं को तोड़कर ऊंची जमाओं में तब्दील किया जा चुका है।
क्या सहायक इकाइयों – बीमा, म्युचअल फंड और होम लोन सहायक इकाई से वैल्यू बढ़ाने की योजना है?
हम जानते हैं कि सहायक इकाइयों में संभावनाएं बची हुई हैं। अब तक इन सहायक इकाइयों का मूल्य 12,500 करोड़ रुपये है। हाल में अपनी व्यावसायिक बैठक में हमने सहायक इकाइयों को सलाह दी कि उन्हें अगले तीन साल में मूल्य दोगुना करने के लिए काम करना होगा।
हम चाहते हैं कि इन सहायक इकाइयों का मूल्य 25,000 करोड़ रुपये से कम न हो। इसे ध्यान में रखते हुए हमने उन्हें व्यावसायिक योजना तैयार करने को कहा है। इन सहायक इकाइयों में से एक है कैनफिन होम्स। भले ही पिछले साल समस्याएं पैदा हुई थीं, लेकिन अब हालात सामान्य हुए हैं। नए MD ने कामकाज संभाला है। पूरी टीम अब संगठन को आगे बढ़ाने में लगी हुई है। दूसरी सहायक इकाई है केनरा रोबेको म्युचुअल फंड (Canara Robeco Mutual Fund) पिछले साल इसने भारत में शानदार म्युचुअल फंड प्रदर्शन किया था।
क्या केनरा बैंक लिस्टिंग के बाद अधिकतम हिस्सेदारी बनाए रखेगा?
मैं आपको यह आश्वस्त कर सकता हूं कि हम बड़ी हिस्सेदारी बरकरार रखेंगे। यदि आप IPO लाने जा रहे हैं, तो आपको 1-2 प्रतिशत हिस्सेदारी घटानी होगी और दोनों सहायक इकाइयां समान अनुपात में यह हिस्सा घटाएंगी। अन्य सहायक इकाई केनरा-एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस (Canara-HSBC Life Insurance) है। चाहे आप वैल्यू या फिर प्रीमियम आय के संदर्भ में देखें, इसका रैंक 9 और 10 के बीच है। HSBC ने भी हमारे साथ समझौता किया है और हमने निर्णय लिया है कि इस कंपनी की भी 15-18 महीनों में लिस्टिंग कराई जाएगी।