द एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) ने शुक्रवार को तीन नई पहल की घोषणा की, जिसका लक्ष्य म्युचुअल फंड के निवेशक आधार का विस्तार करना है। इन पहलों में छोटे या ज्यादा अफोर्डेबल यूनिट में म्युचुअल फंड योजना पेश करना, तरुण योजना और एमआईटीआरए (म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट ट्रेसिंग ऐंड रीट्रिवल असिस्टेंट) शामिल हैं।
छोटे व ज्यादा अफोर्डेबल यूनिट पेश करने की योजना के तहत फंड हाउस शुरुआती तौर पर 250 रुपये वाला सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान पेश करेंगे। यह पहल निवेश तक पहुंच ज्यादा आसान बनाने के लिए किया गया है, खास तौर से पहली बार निवेशक बनने वालों के लिए और उनके लिए भी जिस तक इस तरह की सेवाएं नहीं पहुंची है। इससे पहले पिछले महीने बाजार नियामक ने परामर्श पत्र जारी किया था, जिसमें निवेशकों के लिए प्रवेश का बैरियर छोटा करने के तरीके तलाशे गए।
स्कूल के छात्रों को लक्षित तरुण योजना स्कूल के शिक्षकों व छात्रों को वित्तीय साक्षरता का प्रशिक्षण देगी। अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों को (जो एम्फी की परीक्षा में उनके प्रदर्शने से तय होगा) को उनके म्युचुअल फंडसआईपी खाते में 2,400 रुपये मिलेंगे। प्रायोगिक चरण में एसोसिएशन की योजना 5,000 छात्रों तक पहुंचने की है और 20 अग्रणी छात्रों को दो साल के लिए उनके एसआईपी खाते में हर महीने 100-100 रुपये मिलेंगे। छात्र इस रकम को एसआईपी की आखिरी किस्त के बाद भुना सकेंगे।
एम्फी ने कहा, तरुण योजना के तहत स्कूल के करिकुलम में वित्तीय साक्षरता को एकीकृत किया जाएगा, जिससे युवा मस्तिष्क को निवेश के सिद्धांतों की बुनियादी बातों से लैस किया जाएगा। एमआईटीआरए यानी मित्र प्लेटफॉर्म निवेशकों व उनके कानूनी उत्तराधिकारियों को म्युचुअल फंड के सेंट्रल प्लेटफॉर्म के जरिये निष्क्रिय या भुला दी गई म्युचुअल फंड होल्डिंग की पहचान व उसे रिकवर करने की इजाजत देगा।