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National Medical Devices Policy 2023: केंद्र ने दी राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति को मिली मंजूरी

Last Updated- April 26, 2023 | 11:10 PM IST
National Medical Devices Policy 2023 gets Centre’s green light

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को राष्ट्रीय चिकित्सा उपकरण नीति, 2023 को मंजूरी दे दी। इसका मकसद अगले 25 साल में दवा के बढ़ते वैश्विक कारोबार में 10 से 12 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करना है, जो अभी 1.5 प्रतिशत है। उम्मीद की जा रही है कि इस नीति से मेडिकल उपकरण क्षेत्र मौजूदा 11 अरब डॉलर (90,000 करोड़ रुपये) से बढ़कर 2030 तक 50 अरब डॉलर (4.5 लाख करोड़ रुपये) का हो जाएगा।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि नीति यह ध्यान में रखकर बनाई गई है कि समग्र नीतिगत ढांचा तैयार हो सके और यह इस क्षेत्र की वृद्धि को गति दे सके।
सरकार के विभिन्न विभाग इस क्षेत्र के लिए कार्यक्रम के मुताबिक हस्तक्षेप करते हैं, वहीं मौजूदा नीति का लक्ष्य इस क्षेत्र में समन्वित तरीके से एक समग्र रूपरेखा प्रस्तुत करना है।

भारत सरकार ने पहले ही मेडिकल उपकरणों के लिए पीएलआई योजना की पहल की है। साथ ही हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में 4 मेडिकल उपकरण पार्क स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। मेडिकल उपकरणों की पीएलआई योजना के तहत अब तक कुल 26 परियोजनाओं को मंजूरी मिली है, जिसमें कुल 1,206 करोड़ रुपये की निवेश प्रतिबद्धता जताई गई है और अब तक 714 करोड़ रुपये निवेश का लक्ष्य हासिल किया गया है।

एक बयान में कहा गया है, ‘पीएलआई योजना के तहत कुल 14 परियोजनाओं में 37 उत्पादों का उत्पादन हो रहा है और यहां बेहतर गुणवत्ता के मेडिकल उपकरणों के घरेलू संयंत्र स्थापित किए गए हैं। इनमें लीनियर एक्सेलरेटर, एमआरआई स्कैन, सीटी स्कैन, मैमोग्राम, सी-आर्म, एमआरआई कॉइल, हाई एंड एक्सरे ट्यूब आदि के संयंत्र का उत्पादन शामिल है। वहीं 12 उत्पादों का उत्पादन निकट भविष्य में शुरू हो जाएगा। हाल में कुल 26 परियोजनाओं में से 5 परियोजनाओं को मंजूरी मिली है।’

मंत्रिमंडल ने देश में 157 सरकारी नर्सिंग कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान कर दी, जिस पर 1,570 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। मांडविया ने बताया कि इसके तहत देश में 157 सरकारी नर्सिंग कॉलेज खोले जाएंगे तथा इन्हें अगले 24 महीने में पूरा किया जाएगा।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) में बन रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में अब तक 59 उद्यमियों को भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है। यीडा के सेक्टर 28 में 350 एकड़ जमीन पर स्थापित हो रहे इस पार्क में देश की नामी मेडिकल डिवाइस कंपनियों ने अपनी इकाई लगाने की इच्छा जताई है।

First Published - April 26, 2023 | 11:10 PM IST

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