facebookmetapixel
नोवो इंसुलिन पेन बाजार से जल्द होगा बाहर, भारतीय दवा फर्मों के सामने 600-800 करोड़ रुपये का मौकात्योहारी सीजन में प्रीमियम फोन पर 38-45% की भारी छूट, iPhone से लेकर Samsung के फोन खरीदने का बेहतरीन मौकागौतम अदाणी ने शेयरधारकों को आश्वस्त किया, संचालन मानकों को और मजबूत करने का वादासंयुक्त राष्ट्र महासभा में ट्रंप का भाषण: विवादित दावे, निराशा और वैश्विक राजनीति पर सवालइनोवेशन के लिए सार्वजनिक खरीद व्यवस्था में बदलाव की राह, सिंगल-वेंडर शर्त बनी चुनौतीवित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुरू किया जीएसटी अपील पंचाट, 4.8 लाख लंबित मामलों का होगा निपटाराRBI रिपोर्ट: अर्थव्यवस्था ने दिखाई मजबूती, दूसरी छमाही में अच्छी वृद्धि के संकेतBFSI सेक्टर में IPOs की होड़, 15 कंपनियां ₹58,000 करोड़ जुटाने की तैयारी में जुटीआर्टिफिशल इंटेलिजेंस का दबदबा चरम पर: मार्केट कैप, रिटर्न, कैपेक्स ने टेक बबल के रिकॉर्ड तोड़ेभरोसा बढ़ने से नकदी बाजार की गतिविधियां फिर शुरू होंगी: प्रणव हरिदासन

रजिस्टर्ड अस्पतालों के मामले में कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और राजस्थान टॉप पर; मगर NHRR कवरेज में कई राज्य पिछड़े

HFR स्वास्थ्य सुविधाओं की एक नई रिपॉजिटरी है, जिसका मकसद देश के सार्वजनिक और निजी अस्पतालों का एक राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य रजिस्टर तैयार करना है।

Last Updated- October 02, 2024 | 10:20 PM IST
Yatharth Hospital Q1 Result

स्वास्थ्य सुविधा रजिस्टर (एचएफआर) में पंजीकृत अस्पतालों के मामले में कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हैं। यह जानकारी आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) डैशबोर्ड के आंकड़ों से मिली है। लेकिन, नैशनल हेल्थ रिसोर्स रिपोजिटरी (एनएचआरआर) डेटा के अनुसार दो सुविधाएं मिलनी चाहिए उसमें इन पांच में से तीन राज्य पीछे हैं। एनएचआरआर की स्थापना साल 2018 में देश भर के सभी सार्वजनिक और निजी अस्पतालों के आंकड़े एकत्रित करने के लिए की गई थी।

एचएफआर स्वास्थ्य सुविधाओं की एक नई रिपॉजिटरी है, जिसका मकसद देश के सार्वजनिक और निजी अस्पतालों का एक राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य रजिस्टर तैयार करना है। इनमें अस्पताल, क्लिनिक, डायग्नोस्टिक लैबोरेटरीज, इमेंजिंग सेंटर और फार्मेसियां शामिल हैं।

एचएफआर में पंजीकृत अस्पतालों के मामले में शीर्ष पांच राज्यों में कर्नाटक और राजस्थान ने एनएचआरआर डेटाबेस के तहत 50 फीसदी से अधिक संस्थानों को कवर किया है। सही मायने में कर्नाटक की एक मात्र ऐसा राज्य है, जहां एनएचआरआर डेटा के अनुसार देश में सर्वाधिक 60,711 पंजीत अस्पताल और एनएचआरआर डेटा के मुताबिक 100 फीसदी सेवाएं मिल रही हैं। उसके बाद त्रिपुरा 81.2 फीसदी और छत्तीसगढ़ 69.1 फीसदी का स्थान है।

दूसरी ओर उत्तर प्रदेश 59,438 पंजीकृत अस्पतालों के साथ पूर्ण संख्या के मामले में दूसरा सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करना वाला राज्य है, लेकिन एनएचआरआर डेटासेट में राज्य की 1,78,715 स्वास्थ्य सुविधाओं में से केवल 33.3 फीसदी इसे कवर करते हैं। इसी तरह, महाराष्ट्र के 14.7 फीसदी और आंध्र प्रदेश के 48.9 फीसदी पंजीकृत अस्पताल इसे कवर करते हैं।

सूची में सबसे नीचे ओडिशा, तमिलनाडु और दिल्ली का स्थान है, जहां इन सुविधाओं का स्तर सबसे कम है। दिल्ली में एनएचआरआर डेटासेट में 37,288 अस्पताल हैं, जिनमें से 1,590 अथवा 4.3 फीसदी ही सुविधाएं देते हैं। तमिलनाडु के लिए कवरेज दर 2.3 फीसदी है। वहां 73,941 अस्पतालों में से महज 1,694 अस्पतालों में एनएचआरआर डेटा के तहत सुविधाएं दी जाती हैं। ओडिशा में कुल 16,867 अस्पतालों में सिर्फ 6 अस्पतालों में ही सुविधाएं मिलती है, जिससे प्रदेश आखिरी स्थान पर है।

First Published - October 2, 2024 | 10:16 PM IST

संबंधित पोस्ट