पेगासस जासूसी विवाद, तीन कृषि कानूनों, महंगाई सहित विभिन्न मुद्दों पर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण कार्यवाही बुधवार को भी बाधित हुई। विपक्षी दलों की नारेबाजी के बीच ही संसद के दोनों सदनों में कुछ विधेयकों को मंजूरी दे दी गई। लोकसभा ने दिवाला और ऋण शोधन अक्षमता संहिता (संशोधन) विधेयक, 2021 और वर्ष 2021-22 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों एवं संबंधित विनियोग विधेयक को मंजूरी दी। विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही पांच बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। संसद के मॉनसून सत्र में पिछले सप्ताह और इस सप्ताह के शुरुआती दो दिन में विपक्ष के हंगामे के बीच पूरा प्रश्नकाल बाधित रहा था। बुधवार सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही जब लोकसभा अध्यक्ष ओमप्रकाश बिरला ने प्रश्नकाल चलाने का निर्देश दिया तो कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य उक्त विषयों पर नारेबाजी करते हुए और तख्तियां लहराते हुए आसन के समीप आ गए। हंगामे के बीच ही पूरा प्रश्नकाल बाधित हो गया। दूसरी तरफ हंगामे के बीच, राज्यसभा में किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) संशोधन विधेयक, 2021 को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। यह विधेयक लोकसभा में पहले ही पारित हो चुका है।
अदालत करे जांच
कांग्रेस समेत कई प्रमुख विपक्षी दलों ने पेगासस जासूसी मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा का विषय करार देते हुए कहा कि इसको लेकर सभी दल एकजुट और सहमत हैं कि इस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए और उच्चतम न्यायालय की निगरानी में इसकी जांच होनी चाहिए। बैठक के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह पर पेगासस स्पाईवेयर का उपयोग करके लोकतंत्र की आत्मा पर चोट करने का आरोप लगाया और कहा कि इस मामले पर संसद में चर्चा होनी चाहिए।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े के संसद भवन स्थित कक्ष में विपक्षी दलों की बैठक हुई। इस बैठक में खडग़े, राहुल गांधी, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल, द्रमुक के टीआर बालू, राजद के मनोज झा और कई अन्य दलों के नेता मौजूद थे। बैठक में तृणमूल कांग्रेस का प्रतिनिधि मौजूद नहीं था। हालांकि संसद के दोनों सदनों में पार्टी के सांसद इस विषय पर सरकार का मुखर विरोध कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी से जुड़े कार्यक्रमों में व्यस्त होने की वजह से बैठक में शामिल नहीं हो सके। राहुल ने कहा कि ममता बनर्जी और दूसरे सभी विपक्षी नेता पेगासस के मुद्दे पर एकजुट हैं।
संवाददाता सम्मेलन से पहले विपक्षी नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक मार्च किया और उन्होंने हाथ में तख्तियां ले रखी थीं।