facebookmetapixel
हाइब्रिड निवेश में Edelweiss की एंट्री, लॉन्च होगा पहला SIFएफपीआई ने किया आईटी और वित्त सेक्टर से पलायन, ऑटो सेक्टर में बढ़ी रौनकजिम में वर्कआउट के दौरान चोट, जानें हेल्थ पॉलिसी क्या कवर करती है और क्या नहींGST कटौती, दमदार GDP ग्रोथ के बावजूद क्यों नहीं दौड़ रहा बाजार? हाई वैल्यूएशन या कोई और है टेंशनउच्च विनिर्माण लागत सुधारों और व्यापार समझौतों से भारत के लाभ को कम कर सकती हैEditorial: बारिश से संकट — शहरों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के लिए तत्काल योजनाओं की आवश्यकताGST 2.0 उपभोग को बढ़ावा दे सकता है, लेकिन गहरी कमजोरियों को दूर करने में कोई मदद नहीं करेगागुरु बढ़े, शिष्य घटे: शिक्षा व्यवस्था में बदला परिदृश्य, शिक्षक 1 करोड़ पार, मगर छात्रों की संख्या 2 करोड़ घटीचीन से सीमा विवाद देश की सबसे बड़ी चुनौती, पाकिस्तान का छद्म युद्ध दूसरा खतरा: CDS अनिल चौहानखूब बरसा मॉनसून, खरीफ को मिला फायदा, लेकिन बाढ़-भूस्खलन से भारी तबाही; लाखों हेक्टेयर फसलें बरबाद

प्रधानमंत्री मोदी- फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों के बीच टेलीफोनिक बातचीत; यूक्रेन, वेस्ट एशिया में शांति प्रयासों पर चर्चा

राष्ट्रपति मैक्रों ने पीएम मोदी से वाशिंगटन में यूरोपीय, अमेरिकी और यूक्रेनी नेताओं के बीच हुई हालिया बैठकों की जानकारी साझा की और गाज़ा पर अपने दृष्टिकोण से अवगत कराया।

Last Updated- August 21, 2025 | 7:38 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुरूवार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का एक टेलीफोन कॉल प्राप्त हुआ। दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन और वेस्ट एशिया क्षेत्र में जारी संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान के प्रयासों को लेकर विचार-विमर्श हुआ। राष्ट्रपति मैक्रों ने अमेरिका के वाशिंगटन में यूरोपीय, अमेरिकी और यूक्रेनी नेताओं के बीच हुई हालिया बैठकों की जानकारी साझा की और गाज़ा में स्थिति पर भी अपने दृष्टिकोण से प्रधानमंत्री मोदी को अवगत कराया।

प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर दोहराया कि भारत का रुख हमेशा से स्पष्ट रहा है। “संघर्षों का समाधान केवल संवाद और कूटनीति के माध्यम से ही संभव है। भारत प्रारंभिक स्तर पर ही शांति और स्थिरता की बहाली का पूर्ण समर्थन करता है।” इस बातचीत में दोनों नेताओं ने भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने पर भी विचार किया। व्यापार, रक्षा, नागरिक परमाणु सहयोग, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की प्रगति की समीक्षा की गई। दोनों नेताओं ने वर्ष 2026 को ‘Year of Innovation’ के रूप में मनाने की संयुक्त प्रतिबद्धता को भी दोहराया।

Also read: India-EU FTA को लेकर फ्रांस के हवाले से आई बड़ी खबर

राष्ट्रपति मैक्रों ने भारत–यूरोपीय संघ (EU) के बीच मुक्त व्यापार समझौते को शीघ्र पूरा करने के लिए फ्रांस के समर्थन की बात भी कही। बातचीत के अंत में दोनों नेताओं ने सहमति व्यक्त की कि वे सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर निरंतर संपर्क में बने रहेंगे, जिससे वैश्विक और द्विपक्षीय दोनों स्तरों पर सहयोग और समन्वय को मजबूती मिल सके।

Prime Minister’s Office  ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच हुई यह वार्ता न केवल वैश्विक संकटों पर भारत-फ्रांस के साझा दृष्टिकोण को दर्शाती है, बल्कि दोनों देशों के बीच गहरे होते रणनीतिक संबंधों की पुष्टि भी करती है। ‘Year of Innovation’ और FTA जैसे पहल भविष्य की सहयोग की नई राहें खोल सकते हैं।

In Parliament: राज्यसभा का 268वाँ सत्र सम्पन्न, महज 38.88% उत्पादकता, व्यवधानों पर गहरी चिंता व्यक्त

In Parliament: राज्यसभा में भी ध्वनिमत से पारित हुआ ‘ऑनलाइन गेमिंग प्रोत्साहन और विनियमन विधेयक, 2025’

PM Modi France Visit: जानें, पीएम मोदी की फ्रांस यात्रा को लेकर हर बात, विस्तार से…

First Published - August 21, 2025 | 7:31 PM IST

संबंधित पोस्ट