Delhi Air Pollution: दिवाली के अगले दिन, दिल्ली की हवा फिर से जहरीली हो गई। सोमवार रात के जश्न के बाद मंगलवार सुबह राजधानी का आसमान घने धुंए और धुंध से ढका हुआ दिखा। सुबह 8:12 बजे तक दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 448 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ (Severe) कैटेगरी में आता है।
दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में AQI 300 से ऊपर रहा, जबकि ग्रेटर कैलाश और पटेल नगर जैसे इलाकों में यह 500 के पार पहुंच गया। दिल्ली के 38 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 36 रेड जोन में चले गए, यानी हवा में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
जानकारों के अनुसार
0 से 50 तक AQI अच्छा (Good) माना जाता है,
51 से 100 तक संतोषजनक (Satisfactory),
101 से 200 तक मध्यम (Moderate),
201 से 300 तक खराब (Poor),
301 से 400 तक बहुत खराब (Very Poor),
और 401 से 500 तक गंभीर (Severe) कैटेगरी मानी जाती है।
दिल्ली ने इस साल कई सालों बाद ‘ग्रीन दिवाली’ मनाई। सुप्रीम कोर्ट ने त्योहार से पहले दिल्ली-एनसीआर में ग्रीन पटाखों के इस्तेमाल की अनुमति दी थी, लेकिन केवल दो समय स्लॉट में – सुबह 6 से 7 बजे और रात 8 से 10 बजे तक। लेकिन हकीकत यह रही कि लोगों ने तय समय से पहले और बाद में भी पटाखे जलाए, जिससे हवा में प्रदूषण और बढ़ गया।
यह स्थिति पिछले साल की तरह ही रही। 2024 में पूरी तरह पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद दीवाली के अगले दिन हवा “गंभीर” श्रेणी में चली गई थी। इस साल भी वही नजारा देखने को मिला।
दिल्ली में प्रदूषण को काबू करने के लिए ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण (Stage II) लागू कर दिया गया है। वायु क्वालिटी मैनेजमेंट आयोग (CAQM) ने रविवार को यह फैसला लिया था क्योंकि मौसम की स्थिति और पटाखों के कारण आने वाले दिनों में प्रदूषण बढ़ने की आशंका जताई गई थी। GRAP-II तब लागू किया जाता है जब हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ (Very Poor) कैटेगरी में पहुंच जाती है।