Ather Energy Share: मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025 को मूहूर्त ट्रेडिंग सेशन के दौरान Ather Energy के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। कंपनी का शेयर 9.4 प्रतिशत उछलकर अपने 52 हफ्तों के ऊपरी स्तर पर पहुंच गया। ट्रेंडिंग के अंत तक यह शेयर ₹767.05 प्रति शेयर के भाव पर कारोबार कर रहा था, जो 6.22 प्रतिशत की बढ़त है।
पिछले पांच ट्रेडिंग सत्रों में एथर एनर्जी के शेयरों में 22.5 प्रतिशत की तेजी आई है, जबकि पिछले एक महीने में शेयर 28 प्रतिशत चढ़े हैं। अपनी NSE लिस्टिंग के बाद से (₹328 प्रति शेयर के इश्यू प्राइस पर) स्टॉक अब तक 132 प्रतिशत तक बढ़ चुका है। कंपनी का मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन ₹28,752.51 करोड़ है।
कंपनी ने हाल ही में बड़ा माइलस्टोन हासिल किया है। एथर एनर्जी ने अपने 5 लाखवें इलेक्ट्रिक स्कूटर का उत्पादन पूरा किया है। यह उपलब्धि तमिलनाडु के होसुर प्लांट में हासिल की गई, जहां कंपनी के लोकप्रिय फैमिली स्कूटर Ather Rizta को रोलआउट किया गया।
कंपनी के सह-संस्थापक और सीटीओ स्वप्निल जैन ने कहा, “5 लाख स्कूटर बनाना एथर के लिए एक बड़ा माइलस्टोन है। यह सिर्फ वाहन बनाने की नहीं, बल्कि एक मजबूत और भरोसेमंद मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम तैयार करने की यात्रा है।” उन्होंने बताया कि यह सफलता कंपनी की इंजीनियरिंग, टेस्टिंग और गुणवत्ता पर लगातार फोकस का नतीजा है।
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फिलहाल कंपनी के पास दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं। दोनों तमिलनाडु के होसुर में स्थित हैं। इनमें से एक व्हीकल असेंबली के लिए और दूसरी बैटरी प्रोडक्शन के लिए है। दोनों यूनिट्स की कुल उत्पादन क्षमता 4.2 लाख स्कूटर प्रति वर्ष है।
इसके अलावा, कंपनी महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (बिडकिन, AURIC) में तीसरी यूनिट स्थापित कर रही है। यह यूनिट दो चरणों में विकसित की जा रही है और पूरी तरह तैयार होने पर एथर की कुल वार्षिक उत्पादन क्षमता 14.2 लाख इलेक्ट्रिक स्कूटर तक पहुंच जाएगी।
एथर एनर्जी की स्थापना 2013 में हुई थी और यह भारत की अग्रणी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता कंपनियों में से एक है। यह Ola Electric और TVS Motor जैसी कंपनियों से मुकाबला करती है।
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पिछले महीने कंपनी ने बताया कि उसने ₹26.25 करोड़ की डिमांड इंसेंटिव क्लेम्स को स्थगित (defer) कर दिया है। इसका कारण है – सप्लाई चेन में आई दिक्कतें, जिनसे कंपनी के लोकल सोर्सिंग मानकों पर असर पड़ा। दरअसल, चीन द्वारा कुछ रेयर अर्थ मैग्नेट्स के निर्यात पर रोक लगाने से एथर के ट्रैक्शन मोटर प्रोडक्शन में समस्या आई। इसके चलते कंपनी के सप्लायर्स को Phased Manufacturing Program (PMP) के नियमों से अस्थायी रूप से हटना पड़ा।
कंपनी ने कहा कि इन अस्थायी बदलावों से लगभग 52,500 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के लिए सरकार की PM E-DRIVE इंसेंटिव क्लेम पर असर पड़ सकता है।
वित्त वर्ष 2025-26 (Q1 FY26) की पहली तिमाही में एथर एनर्जी को ₹178.2 करोड़ का नेट लॉस हुआ, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह घाटा ₹183 करोड़ था। हालांकि, कंपनी की आय (Revenue) में जबरदस्त उछाल आया है। यह पिछले साल के ₹360.5 करोड़ से बढ़कर इस बार ₹644.6 करोड़ हो गई। कुल आय (Total Income) भी 82.6 प्रतिशत बढ़कर ₹672.9 करोड़ पर पहुंच गई। वहीं कंपनी का EBITDA लॉस ₹134.4 करोड़ रहा, जो पिछले साल ₹128.4 करोड़ था।