तेल की कीमतों में सोमवार को गिरावट आने की संभावना है। विश्लेषकों ने यह अनुमान, इस सप्ताह के अंत में ईरान (Iran) पर इजराइल (Israel) की जवाबी कार्रवाई को देखते हुए जताया है। शनिवार तड़के यानी 26 अक्टूबर को इजराइल ने ईरान पर हमला तो किया मगर उसकी राजधानी तेहरान (Tehran) के तेल (oil) और परमाणु बुनियादी ढांचे (nuclear infrastructure) को नुकसान नहीं पहुंचाया और न ही ऊर्जा आपूर्ति (energy supplies) को किसी तरह से बाधित करने का प्रयास किया।
पिछले सप्ताह, ब्रेंट और यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड फ्यूचर्स में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। बाजार में अस्थिरता थी क्योंकि 1 अक्टूबर को ईरान के मिसाइल हमले पर इजराइल की प्रतिक्रिया और अगले महीने होने वाले अमेरिकी चुनावों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी।
शनिवार तड़के बड़ी संख्या में इजराइली लड़ाकू विमानों ने तेहरान और पश्चिमी ईरान के पास मिसाइल फैक्ट्रियों और अन्य ठिकानों पर तीन दौर के हवाई हमले किए। यह मध्य पूर्व के प्रतिद्वंद्वियों के बीच बढ़ते संघर्ष का सबसे ताजा घटनाक्रम है।
ओनिक्स (Onyx) में रिसर्च हेड हैरी त्चिलिंगुरियन (Harry Tchilinguirian) ने पेशेवरों के प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर कहा, “बाजार ने बड़ी राहत की सांस ली है; इजराइल की ईरान पर संभावित प्रतिक्रिया की अज्ञात अनिश्चितता अब समाप्त हो गई है।”
उन्होंने कहा, “इजराइल ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) के जाने के बाद हमला किया, और अमेरिकी प्रशासन के लिए इससे बेहतर परिणाम की उम्मीद नहीं की जा सकती थी, क्योंकि अमेरिकी चुनावों में अब दो सप्ताह से भी कम समय बचा है।”
ईरान ने शनिवार को ईरानी सैन्य ठिकानों पर इजराइली हवाई हमले को कम महत्व देते हुए कहा कि इससे केवल मामूली नुकसान हुआ है।
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सिडनी (Sydney) में IG बाजार विश्लेषक टोनी सिकामोर (Tony Sycamore) ने कहा, “इजराइल तेल के बुनियादी ढांचे पर हमला नहीं कर रहा है, और रिपोर्ट है कि ईरान हमले का जवाब नहीं देगा, जिससे अनिश्चितता दूर हो गई है।”
उन्होंने कहा, “इस बात की पूरी संभावना है कि जब कच्चे तेल का वायदा बाजार कल (28 अक्टूबर, सोमवार) फिर से खुलेगा तो हम ‘अफवाह खरीदें, तथ्य बेचें’ जैसी प्रतिक्रिया देखेंगे।” उन्होंने कहा कि WTI की कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर लौट सकती है।
त्चिलिंगुरियन का मानना है कि तेल की कीमतों में जो भू-राजनीतिक जोखिम प्रीमियम जुड़ा हुआ था, वह तेजी से कम होगा और ब्रेंट की कीमतें 74-75 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर लौट सकती है।
यूबीएस कमोडिटी विश्लेषक गियोवन्नी स्टौनोवो (Giovanni Staunovo) को भी उम्मीद है कि सोमवार को तेल की कीमतें कम होंगी क्योंकि ईरान के हमले पर इजराइल की प्रतिक्रिया संयमित प्रतीत होती है।
उन्होंने कहा, “लेकिन मुझे उम्मीद है कि इस तरह की नकारात्मक प्रतिक्रिया केवल अस्थायी होगी, क्योंकि मेरा मानना है कि बाजार ने बड़े जोखिम वाले प्रीमियम की कीमत नहीं लगाई है।”