विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि भारत 2025 के अंत तक महत्त्वाकांक्षी और संतुलित भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंजाम तक पहुंचाने के लक्ष्य का समर्थन करता है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष को दो देशों के बीच के संघर्ष के रूप में नहीं, बल्कि भारत और ‘टेररिस्तान’ के बीच के संघर्ष के रूप में देखा जाना चाहिए। बेल्जियम और लक्जमबर्ग की यात्रा पर गए जयशंकर ने ब्रुसेल्स में यूरोपीय संघ की उच्च प्रतिनिधि काजा कल्लास के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था को स्थिर और जोखिम-मुक्त करना भारत की रणनीतिक प्राथमिकता है।