भारत ने बुधवार को कहा कि वह गाजा की स्थिति को लेकर चिंतित है और उसने संघर्ष प्रभावित फिलस्तीनी क्षेत्र के लोगों को मानवीय सहायता उपलब्ध कराने का आह्वान किया। भारत ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी लोगों को रिहा करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘हम गाजा के लोगों को मानवीय सहायता की आपूर्ति जारी रखने का भी आह्वान करते हैं।’
भारत की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब इजरायल ने मंगलवार को गाजा में हवाई हमले फिर से शुरू कर दिए हैं, जिससे 19 जनवरी में हमास के साथ हुए युद्धविराम पर अनिश्चितता पैदा हो गई है। हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायल की बमबारी में 400 से अधिक लोग मारे गए। इजरायल और हमास के बीच इस पर सहमत नहीं बन पाई है कि युद्ध विराम समझौते को शुरुआती चरण से कैसे आगे बढ़ाया जाए। इस समझौते में तीन चरण शामिल थे।
युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण पर बातचीत करीब छह सप्ताह पहले शुरू होनी थी। लेकिन दोनों पक्षों की वार्ता नहीं हुई। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश तब तक चैन से नहीं बैठेगा जब तक कि वह सभी ‘महत्त्वपूर्ण लक्ष्य’ हासिल नहीं कर लेता। भारत फिलीस्तीन मुद्दे के लिए ‘दो-राष्ट्र समाधान’ की वकालत करता रहा है, ताकि इजरायल और फिलीस्तीन शांति और सुरक्षा के साथ रह सकें।
गाजा पट्टी में धमाका, संरा के कर्मी की मौत, पांच अन्य घायल
गाजा पट्टी में हुए धमाके में संयुक्त राष्ट्र का एक अंतरराष्ट्रीय कर्मचारी मारा गया है जबकि पांच अन्य घायल हो गए हैं। विश्व निकाय ने यह जानकारी दी। संयुक्त राष्ट्र परियोजना सेवा कार्यालय के प्रमुख जॉर्ज मोरेरा दा सिल्वा ने कहा कि बुधवार के विस्फोट का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह धमाका आयुध ‘गिराए जाने या दागे’जाने से हुआ है।
गाजा से फिलीस्तीनियों की निकासी फिर से: इजरायली रक्षामंत्री
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने बुधवार को कहा कि उनका देश जल्द ही फिलीस्तीनियों से गाजा के युद्ध क्षेत्रों से बाहर जाने की अपील करेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि इजरायल अपनी सैन्य काईवाई तेज करने की तैयारी कर रहा है। काट्ज ने एक बयान में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि गाजा में बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो ‘इजरायल ऐसी तीव्रता से कार्रवाई करेगा जो आपने पहले कभी नहीं देखी होगी।’