पहली बार उत्तर प्रदेश में बतौर मुख्यमंत्री आठ साल का कार्यकाल पूरा करने वाले योगी आदित्यनाथ ने सुरक्षा, सुशासन, समृद्धि और सनातन संस्कृति के प्रसार को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि बताया है। सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में आठ साल का कार्यकाल पूरा करने के अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश वही है पर इन सालों में परसेप्शन पूरी तरह से बदल गया है। राजधानी लखनऊ में अपने आठ साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का ब्यौरा रखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश के विकास का ब्रेकथ्रू बनकर हर सेक्टर में आगे बढ़ रहा है।
योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी 75 जिलों में आठ सालों का जश्न मनाते हुए अपनी उपलब्धियां जनता के बीच ले जाएगी। मंगलवार से लेकर तीन दिनों तक सभी जिला मुख्यालयों पर “विकास उत्सव” मनेगा जिसमें केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियां बताई जाएंगी।
राजधानी में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने हर क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन किया है। जिला मुख्यालयों पर तीन दिवसीय ‘विकास उत्सव’ आयोजित कर अन्नदाता किसानों, युवाओं, मातृशक्ति, हस्तशिल्पियों और उद्यमियों को सम्मानित किया जाएगा। केंद्र सरकार के 10 व प्रदेश के 8 वर्षों की विकास यात्रा को जनता के समक्ष रखा जाएगा। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि 2017 से पहले इज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी 14वें स्थान पर था। आज टॉप अचीवर स्टेट है। उन्होंने कहा कि 33 सेक्टोरियल पॉलिसी और सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए 500 से अधिक एनओसी एक प्लेटफॉर्म पर दी जा रही हैं। 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निवेश परियोजनाएं जमीनी धरातल पर उतारी गईं। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए ड्रीम डेस्टिनेशन बन गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज प्रदेश में बिना कुछ बोझ डाले पिछले 8 वर्ष में हमने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया गया है। उत्तर प्रदेश देश का एक रेवेन्यू सरप्लस स्टेट है। 2017 में यूपी की अर्थव्यवस्था 12.75 लाख करोड़ रुपये थी, जो आज 27.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई। प्रति व्यक्ति आय 46,000 से बढ़कर 1,24,000 रुपये हो गई। उन्होंने बताया कि 2000 से 2017 तक 3,300 करोड़ रुपये का एफडीआई आया, जबकि 2017-24 में 14,808 करोड़ रुपये का एफडीआई आया। सीडी रेशियो 46 फीसदी से बढ़कर 61 फीसदी हो गया। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में 132 कंपनियों ने केवल उत्तर प्रदेश की है, जो जिन्होंने वहां पर पंजीकरण कराया और जिनका मार्केट कैपिटल 368162 करोड़ रुपये से अधिक का है। वह प्रदेश के अंदर 2017 तक कुछ 13000 फैक्ट्रियां आज इनकी संख्या बढ़कर 26900 से अधिक है।
उन्होंने कहा कि 8 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश की पहचान संकट में थी। किसान आत्महत्या कर रहे थे, युवा अपनी पहचान के मोहताज थे, बेटियां और व्यापारी असुरक्षित थे। दंगों और अराजकता ने अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया था। उन्होंने कहा कि उस समय उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य माना जाता था और इसे देश के विकास में बाधक समझा जाता था। लेकिन 8 वर्षों में डबल इंजन सरकार ने इस परसेप्शन को पूरी तरह बदल दिया। आज उत्तर प्रदेश देश के विकास का ब्रेकथ्रू बनकर हर सेक्टर में आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के कृषि क्षेत्र में हुए बदलावों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में उर्वर भूमि और जल संसाधन प्रचुर मात्रा में हैं। लेकिन 2017 से पहले किसान आत्महत्या कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने इस स्थिति को बदला और 2017 में पहली कैबिनेट में ही 36,000 करोड़ रुपये की लागत से लघु और सीमांत किसानों की कर्ज माफी की गई। इसके परिणामस्वरूप 2016-17 में 557 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन करने वाला उत्तर प्रदेश 2023-24 में 668 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन तक पहुंच गया, जो 20 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है। उन्होंने बताया कि 2008-09 से 2017 तक गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रुपये बकाया था। हमारी सरकार ने एक भी चीनी मिल बंद नहीं होने दी। तीन नई चीनी मिलें स्थापित की, छह का पुनः संचालन किया और 38 का विस्तार किया। उन्होंने कहा कि 2017 से अब तक 2.80 लाख करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान किया गया, जो पिछली सरकारों के 22 वर्षों के भुगतान से 60,000 करोड़ रुपये अधिक है। एथेनॉल उत्पादन 42 करोड़ लीटर से बढ़कर 177 करोड़ लीटर तक पहुंच गया।
योगी ने कानून-व्यवस्था में सुधार को सबसे बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ का उदाहरण देते हुए कहा कि 45 दिनों के इस आयोजन में कोई छेड़छाड़, लूटपाट या अपहरण की घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि 2016-17 में बेरोजगारी दर 19 फीसदी थी, जो आज घटकर 3 फीसदी रह गई है। बीते आठ वर्षों में 8 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी गईं। एमएसएमई सेक्टर में 2 करोड़ से अधिक युवा स्वरोजगार से जुड़े और आज 96 लाख एमएसएमई यूनिट्स के साथ उत्तर प्रदेश इस क्षेत्र में अग्रणी है। निर्यात 86,000 करोड़ से बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में 6 करोड़ से अधिक गरीबों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया गया। नए वित्तीय वर्ष में जीरो पॉवर्टी का लक्ष्य हासिल करने के लिए सरकार कृत संकल्पित है। इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में हुई प्रगति को बताते हुए कहा कि आज 6 एक्सप्रेसवे संचालित हैं और 11 पर काम चल रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे बनने के बाद देश के 55 फीसदी एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में होंगे। सर्वाधिक मेट्रो संचालन यूपी में हो रहा है। साल 2017 में 2 एयरपोर्ट क्रियाशील थे, आज 16 एयरपोर्ट हैं, जिनमें 4 इंटरनेशनल हैं। जेवर में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जल्द शुरू होगा। योगी ने कहा कि पावर जेनरेशन में 6,000 मेगावाट से बढ़कर 33,000 मेगावाट की आपूर्ति हो रही है। सौर ऊर्जा में 228 मेगावाट से बढ़कर 2,653 मेगावाट उत्पादन हो रहा है। उन्होंने बताया कि बुंदेलखंड में ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर के जरिए 4,000 मेगावाट सोलर पावर की स्थापना हो रही है और अगले 5 वर्षों में 22,000 मेगावाट ग्रीन एनर्जी का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश ने टूरिज्म के क्षेत्र में भी एक लंबी छलांग लगाई है और 2017 से पहले 21 करोड़ पर्यटक आते थे जबकि 2023 में 67 करोड़ पर्यटक आए। उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ में भी 67 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे।