कॉरपोरेट कार्य मामलों के मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि शनिवार को आवेदकों के लिए इंटर्नशिप पोर्टल खोले जाने के बाद 91,000 अवसरों के लिए 1,55,000 से अधिक अभ्यर्थियों ने पंजीकरण किया है।
आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके योग्य उम्मीदवारों की पहचान की जाएगी और इंटर्नशिप की उपयुक्तता से उनका मिलान कराए जाने के बाद सूची तैयार की जाएगी। तैयार की गई सूची को 15 अक्टूबर को कंपनियों के साथ साझा किया जाएगा।
सरकार द्वारा 3 अक्टूबर को शुरू की गई प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना की प्रायोगिक परियोजना के तहत यह किया जा रहा है। वास्तविक इंटर्नशिप 2 दिसंबर से शुरू होगी। इस योजना की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई को अपने बजट भाषण में की थी।
इस योजना का लक्ष्य वित्त वर्ष 2024-25 में 800 करोड़ रुपये के बजट से 21 से 24 साल के 1,25,000 युवाओं को इंटर्नशिप का अवसर मुहैया कराना है।
सरकार का मकसद इंटर्नशिप योजना के तहत भारत की शीर्ष कंपनियों में 5 साल में 1 करोड़ युवाओं को कौशल मुहैया कराना है। युवाओं को कारोबारी माहौल में पेशेवरों के बीच 12 महीने का वास्तविक कारोबारी माहौल और रोजगार का अवसर मिलेगा।
इंटर्नशिप का अवसर 193 कंपनियों ने मुहैया कराई है, जिनमें निजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां जैसे जुबिलैंट फूडवर्क्स, मारुति सुजूकी इंडिया, आयशर मोटर लिमिटेड, लार्सन ऐंड टुब्रो लिमिटेड, मुथूट फाइनैंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज व अन्य शामिल हैं।
अवसर उपलब्ध कराने वाली कंपनियां 24 सेक्टर की हैं, जिनमें बड़ी हिस्सेदारी तेल, गैस और ऊर्जा सेक्टर की है। उसके बाद ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी, ऑटोमोटिव्स, बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं व अन्य शामिल हैं।
इंटर्नशिप के अभ्यर्थियों की पात्रता का मानदंड हाई स्कूल, हायर सेकंडरी स्कूल, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का प्रमाणपत्र, पॉलिटेक्निक संस्थाओं से डिप्लोमा या स्नातक की उपाधि शामिल है।
व्यक्ति को भारत का नागरिक होना चाहिए, जो पूर्ण रोजगार या पूरी तरह पठन पाठन में न हो। ऑनलाइन या दूरस्थ शिक्षा में पंजीकृत युवा इसमें हिस्सा ले सकते हैं।