महाराष्ट्र में स्थानीय नगर निकाय के चुनावों की तैयारियां तेज हो गई हैं और प्रशासनिक स्तर पर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राज्य सरकार ने महापालिकाओं, नगर परिषदों और नगर पंचायतों के लिए वार्ड (प्रभाग) रचना के आदेश जारी किए हैं। दरअसल, महाराष्ट्र में पिछले 3-4 वर्षों से स्थानीय नगर निकाय के चुनाव लंबित थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब चुनाव प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) सहित महाराष्ट्र भर के 29 नगर निगमों के वार्ड की सीमाओं को अंतिम रूप देने के लिए एक अधिसूचना जारी कर दी गई है। अधिसूचना के अनुसार, बीएमसी के लिए चुने जाने वाले पार्षदों की संख्या 227 तक सीमित कर दी गई है। मुंबई के प्रत्येक वार्ड से एक पार्षद चुना जाएगा। इसके विपरीत अन्य नगर निगमों में हर वार्ड से चार पार्षद चुने जाएंगे, लेकिन यह संख्या तीन से पांच के बीच भी हो सकती है।
वार्ड परिसीमन प्रक्रिया राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) की मंजूरी के साथ आगे बढ़ेगी। मुंबई के लिए बीएमसी के आयुक्त को मसौदा परिसीमन योजना तैयार करने का काम सौंपा गया है। अधिसूचना में निर्देश दिया गया है कि 2011 की जनगणना के अनुसार शहर की आबादी को प्रति वार्ड औसत जनसंख्या निर्धारित करने के लिए पार्षदों की संख्या से विभाजित किया जाएगा। मसौदे को अंतिम रूप देने से पहले, नगर निकाय को जनता की आपत्तियों और सुझावों पर विचार करना चाहिए। अंतिम योजना, एक बार संशोधित होने के बाद, अनुमोदन के लिए राज्य चुनाव आयोग को प्रस्तुत की जाएगी और बाद में नगर निकाय के आयुक्त द्वारा प्रकाशित की जाएगी।
नगरपालिकाओं और नगर पंचायतों की वार्ड संरचना के लिए अलग-अलग आदेश दिए गए हैं। इसलिए अब यह स्पष्ट हो गया है कि आगामी अक्टूबर-नवंबर में नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के चुनाव होंगे। मुंबई समेत ए, बी और सी नगर पालिका क्षेत्रों में वार्ड संरचना का मसौदा तैयार करने की जिम्मेदारी संबंधित आयुक्तों को सौंपी गई है, जबकि डी नगर निगम में वार्ड संरचना की जिम्मेदारी जिला कलेक्टरों को सौंपी गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में आदेश दिया है कि अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए राजनीतिक आरक्षण के मुद्दे के कारण रुके हुए नगर निगम, नगर पंचायत, जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनाव चार महीने के भीतर कराए जाएं। तदनुसार, राज्य सरकार ने स्थानीय चुनावों के लिए काम करना शुरू कर दिया है। इस वार्ड संरचना के लिए लगभग ढाई महीने का समय लगेगा और इसके लिए गूगल मैप्स को आधार बनाने को कहा गया है।
आगामी चुनाव महाराष्ट्र में 2022 से बदले राजनीतिक समीकरण के संदर्भ में होंगे। मुख्य चुनावी लड़ाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और राकांपा के सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी गठबंधन ‘महा विकास आघाडी’ के बीच होने की उम्मीद है, जिसमें शिवसेना (उबाठा), राकांपा (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस शामिल हैं।