सूचना प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) क्षेत्र की बढ़ती मांग को महाराष्ट्र सरकार भांप चुकी है, इसलिए राज्य सरकार अपने हर विभाग में AI के इस्तेमाल पर जोर दे रही है। राज्य सरकार दावा कर रही है कि महाराष्ट्र जल्द ही देश की AI और प्रौद्योगिकी क्रांति का नेतृत्व करेगा । सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्षेत्र का राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 में 5.1 फीसदी बढ़कर 282.6 अरब डॉलर होने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2025-26 में उद्योग का राजस्व 300 अरब अमेरिकी डॉलर के पार पहुंचने की संभावना है, जो वित्त वर्ष 2024-25 के स्तर से करीब छह प्रतिशत अधिक है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस नैसकॉम प्रौद्योगिकी एवं नेतृत्व शिखर सम्मेलन में नैसकॉम के श्रीकांत वेलामकन्नी को बात करते हुए कहा कि राज्य में डिजिटल सेवाओं का स्तर बढ़ा है और अधिकांश सरकारी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हो गई हैं। राज्य सरकार ने मुंबई विश्वविद्यालय में AI केंद्र स्थापित किया है। उद्योग केंद्र की स्थापना विश्व आर्थिक मंच के साथ साझेदारी में की गई है। महाराष्ट्र ने अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए राज्य नीति आयोग के साथ मिलकर नया आर्थिक रोडमैप तैयार कर रहा है। विशेष रूप से, मुंबई महानगर क्षेत्र ( एमएमआरडीए) को 1.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का केंद्र बनाने के प्रयास चल रहे हैं।
देश के 60 फीसदी डेटा सेंटर महाराष्ट्र में हैं। नई मुंबई में एक डेटा सेंटर पार्क बनाया जा रहा है और 2030 तक राज्य का 50 फीसदी बिजली उत्पादन हरित ऊर्जा पर आधारित होगा। मुंबई भारत की फिनटेक राजधानी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि में तकनीक की मदद से किसानों की आय दोगुनी करने के प्रयास चल रहे हैं। एग्री-स्टेट ‘ पहल के तहत संपूर्ण कृषि प्रक्रिया को डिजिटल बनाया जा रहा है । ड्रोन शक्ति कार्यक्रम का उद्देश्य ड्रोन प्रशिक्षण प्रदान करके कृषि छिड़काव लागत को कम करना है।
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा क्षेत्र में तीसरी मुंबई विकसित की जाएगी। फडणवीस ने कहा कि यह इनोवेशन सिटी देश के सबसे उन्नत शहरों में से एक होगी। यह शहर तीन सौ एकड़ में विकसित किया जाएगा और इसमें प्रौद्योगिकी, नवीन अनुसंधान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा । महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर और नासिक में जीसीसी पार्क विकसित किए जाएंगे । मुख्यमंत्री ने उद्योग और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के विशेषज्ञों से भी इसके लिए अपने विचार और योगदान देने की अपील की।
नैसकॉम के अनुमानों के अनुसार, इस साल प्रौद्योगिकी क्षेत्र में कार्यरत लोगों की संख्या 1.26 लाख बढ़कर 58 लाख हो गई। पारंपरिक IT सेवा कंपनियों का वित्त वर्ष 2024-25 का राजस्व 4.3 प्रतिशत बढ़कर 137.1 अरब अमेरिकी डॉलर हो जाएगा, जबकि बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग का राजस्व 4.7 प्रतिशत बढ़कर 54.6 अरब डॉलर रहेगा। इंजीनियरिंग अनुसंधान एवं विकास कंपनियों की राजस्व वृद्धि सबसे अधिक सात फीसदी की दर से बढ़ने और इसके 55.6 अरब डॉलर रहने की संभावना है। कंपनियों का घरेलू राजस्व सात प्रतिशत बढ़कर 58.2 अरब अमेरिकी डॉलर हो जाएगा, जो निर्यात राजस्व में 4.6 प्रतिशत की वृद्धि से अधिक है जिसके 224.4 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान है।