भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए, जिनमें आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के गढ़ भी शामिल हैं। भारत की नपी-तुली, टकराव को नहीं बढ़ाने वाली, संतुलित और जिम्मेदाराना कार्रवाई 25 मिनट तक चली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भोर से पहले किए गए इन हमलों को 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले पर देश की प्रतिक्रिया देने का अधिकार बताया। भारत ने कहा था कि पहलगाम आतंकी हमले का संबंध सीमा पार से है।
सरकार ने कहा कि सटीक और टकराव को नहीं बढ़ाने वाले इस ऑपरेशन में भारतीय थल सेना और वायु सेना द्वारा सीमा पार आतंकी शिविरों पर हमले किए गए। यह जवाबी कार्रवाई 1971 के युद्ध के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अंदर पहली भारतीय सैन्य कार्रवाई थी।
भारतीय सैन्य अधिकारियों के अनुमान के अनुसार पाकिस्तान में हुए हमलों में 70 से 80 आतंकवादी मारे गए। खबरों के अनुसार बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय मरकज सुभान पर भारतीय सैन्य हमले में मसूद अजहर की बहन और अन्य करीबी रिश्तेदारों सहित उसके परिवार के दस सदस्यों और चार सहयोगियों की मौत हो गई। मसूद अजहर उन आतंकवादियों में से एक है जिन्हें भारत ने 1999 में आईसी814 विमान अपहरण के बाद रिहा किया था।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि भारत के हमलों के बाद पाकिस्तानी सेना द्वारा की गई गोलाबारी ने पुंछ और तंगधार इलाके में 15 निर्दोष नागरिक मारे गए और 43 अन्य घायल हो गए। इनमें वे महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, जिन्होंने पुंछ के एक गुरुद्वारे में शरण ली थी।
अधिकारियों ने बताया कि हमले के तुरंत बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ ही ब्रिटेन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और जापान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों के खिलाफ भारत की कार्रवाई की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि भारत का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है लेकिन अगर पाकिस्तान ऐसा करता है तो वह दृढ़ता से जवाबी कार्रवाई करने के लिए तैयार है। सुबह साढ़े 10 बजे सेना की सिग्नल कोर की कर्नल सोफिया कुरैशी और भारतीय वायुसेना की हेलीकॉप्टर पायलट विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत ने पहलगाम हमले के अपराधियों और साजिशकर्ताओं को कठघरे में लाने के लिए ‘आनुपातिक’ हमले किए क्योंकि पाकिस्तान ने अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आंतकी ठिकानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
कर्नल कुरैशी ने कहा कि रात 1:05 बजे शुरू हुआ ऑपरेशन 25 मिनट के भीतर पूरा हो गया। सैन्य सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर कड़ी निगरानी रख रहे थे। इस कार्रवाई के बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की और सफल हमलों के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना की।
भारत की कार्रवाई के कुछ घंटे बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय मिसाइल हमलों को ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार दिया और कहा कि उनके देश को ‘उचित जवाब’ देने का पूरा अधिकार है। हालांकि, पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि यदि नयी दिल्ली नरम रुख अपनाती है तो इस्लामाबाद उसके साथ तनाव समाप्त करने के लिए तैयार है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन किया है। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि इन हमलों में कम से कम 26 लोग मारे गए और 46 अन्य घायल हो गए।
(साथ में शुभायन चक्रवर्ती और अर्चिस मोहन)