facebookmetapixel
GST रेट कट के बाद कंजम्प्शन थीम पर अगले हफ्ते खुल रहे दो नए फंड; क्यों है खास? किसे करना चाहिए निवेशमिथुन मन्हास बने BCCI के 37वें अध्यक्ष, रघुराम भट नए कोषाध्यक्ष; चयन समितियों में भी हुआ बड़ा फेरबदलKarur stampede: करूर रैली में भगदड़ कैसे हुई, जिसने 39 लोगों की जान ले लीCorporate Actions: स्प्लिट, बोनस और डिविडेंड का तिहरा तोहफा, यह हफ्ता निवेशकों के लिए त्योहार जैसाWeWork India IPO: 3 अक्टूबर से खुलेगा वीवर्क इंडिया का आईपीओ, इश्यू साइज ₹3,000 करोड़Market Outlook: RBI की ब्याज दर और टैरिफ फैसलों से तय होगा बाजार का रुखUK Digital ID cards: क्या है ब्रिटेन की डिजिटल ID कार्ड योजना और कैसे रोकेगी अवैध प्रवास?MCap: TCS पर भारी दबाव, Reliance और Infosys सहित 10 कंपनियों के मार्केट कैप में गिरावटAadhaar Update: 1 अक्टूबर से आधार में बदलाव करना पड़ेगा महंगा, समय पर कर लें ये सुधारAir India Express PayDay Sale: दिवाली धमाका! एयर इंडिया एक्सप्रेस दे रही फ्लाइट टिकट सिर्फ ₹1200 से

‘ट्रंप शुल्क’ से बच सकता है भारत! व्यापार संतुलन बदलने की आशंका

ट्रंप ने कनाडा, मे​क्सिको और चीन के उत्पादों पर शुल्क बढ़ाने की घोषणा की

Last Updated- November 26, 2024 | 10:32 PM IST
Donald Trump

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के अगले साल शासन की बागडोर संभालने के बाद भारत संभवत: ट्रंप प्रशासन द्वारा शुरुआती शुल्क बढ़ोतरी से बच सकता है। ट्रंप ने आज घोषणा की कि वह कनाडा और मेक्सिको की वस्तुओं पर 25 फीसदी और चीन के उत्पादों पर 10 फीसदी शुल्क बढ़ाएंगे।

ट्रंप की सत्ता में वापसी से भारत के प्रति अमेरिका के रुख में बदलाव आने की आशंका बढ़ गई है। दरअसल अक्टूबर में उन्होंने भारत को सबसे अ​धिक शुल्क वसूलने वाला देश कहा था और और उसी के अनुरूप शुल्क लगाने की चेतावनी दी थी।

अपने चुनाव अ​भियान के दौरान ट्रंप ने सभी देशों से आयातित उत्पादों पर 10 से 20 फीसदी के बीच शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया था और चीन के उत्पादों पर 60 फीसदी शुल्क लगाने की बात कही थी। भारत अमेरिका का प्रमुख व्यापारिक भागीदार है और उसे भी अमेरिकी शुल्क बढ़ोतरी का सामना करने की आशंका थी और ऐसा हुआ तो व्यापार संतुलन में बदलाव आ सकता है, क्योंकि वित्त वर्ष 2024 में यह 35.3 अरब डॉलर के अधिशेष के साथ भारत के पक्ष में था।

ट्रंप ने कहा कि 20 जनवरी को कार्यभार संभालने के बाद वह मे​क्सिको और कनाडा से अमेरिका में आयात किए जाने वाले सभी उत्पादों पर तब तक 25 फीसदी शुल्क लगाएंगे जब तक कि इन देशों की सीमाओं से अवैध प्रवासियों का आना बंद नहीं होता है।

उन्होंने अपने सोशल मीडिया नेटवर्क ट्रूथ सोशल में पोस्ट किया, ‘मेक्सिको और कनाडा दोनों के पास लंबे समय से चली आ रही इस समस्या को आसानी से हल करने का पूर्ण अधिकार है। हम मांग करते हैं कि वे इस शक्ति का उपयोग करें और जब तक वे ऐसा नहीं करते, तब तक उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी।’
ट्रंप ने यह भी कहा कि चीन अगर मे​क्सिको के रास्ते नशीला पदार्थ सिंथेटिक फेंटेनाइल की खेप भेजना बंद नहीं करेगा तो चीनी उत्पादों पर अतिरिक्त 10 फीसदी शुल्क लगाएंगे।

नैटिक्सिस में एशिया प्रशांत की मुख्य अर्थशास्त्री एलिसिया गार्सिया-हेरेरो ने लिंक्डइन पोस्ट में कहा, ‘ट्रंप ने शुल्क पर जो बयान दिए हैं वह उनके चुनाव प्रचार के दौरान कही गई बातों से बिल्कुल अलग है। ऐसा लगता है कि ट्रंप की नवीनतम नियुक्तियों से चीन को ट्रंप के गुस्से को कम करने में मदद मिलेगी जबकि अमेरिकी सहयोगियों को अधिक नुकसान होगा।’

शिव नादर यूनिवर्सिटी में अति​थि प्राध्यापक मनोज पंत ने कहा कि भारत अभी ट्रंप के निशाने पर नहीं है। उन्होंने कहा, ‘ट्रंप का मुख्य निशाना उन देशों पर है जिसके साथ अमेरिका का ज्यादा व्यापार होता है। जिंसों के मामले में भारत उतना अहम व्यापारिक भागीदार नहीं है। वह भारत में सेवाओं की आउटसोर्सिंग को ल​क्षित कर सकते हैं। लेकिन इसमें ज्यादा गुंजाइश नहीं होगी क्योंकि ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान अमेरिकी कंपनियों ने कहा था कि ऐसा करने से उन्हें ही ज्यादा नुकसान होगा। ट्रंप द्वारा सभी देशों के लिए शुल्क बढ़ाने की आशंका नहीं है क्योंकि इससे अमेरिका में मुद्रास्फीति की चाल बिगड़ सकती है।’

First Published - November 26, 2024 | 10:32 PM IST

संबंधित पोस्ट