सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में सचिव अनुराग जैन ने शुक्रवार को कहा कि इस वित्त वर्ष के अंत तक देश में कुल मिलाकर राजमार्ग निर्माण करीब 12,000 से 13,000 किलोमीटर हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस साल के शुरुआत में सड़क निर्माण का लक्ष्य रखा गया था, उसकी तुलना में कुल मिलाकर निर्माण कम है, लेकिन क्षमता बढ़ाने और मौजूदा राजमार्गों को चौड़ा करके 4 लेन करने का काम रिकॉर्ड उच्च स्तर पर है। मंत्रालय ने 2023-24 में 13,800 किलोमीटर सड़क निर्माण का लक्ष्य रखा था।
जैन ने कहा कि मॉनसून का वक्त बढ़ने के बावजूद मासिक सड़क निर्माण सकारात्मक संकेत दे रहा है। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं की कड़ी समीक्षा प्रक्रिया, फॉलो अप के लिए राज्य सरकारों के साथ बैठकें करने की वजह से संभवतः निर्माण थोड़ा सुस्त हुआ है, लेकिन इससे देश भर में सड़क की गुणवत्ता सुधरी है।
जैन ने कहा, ‘दिसंबर 2023 से निर्माण की रफ्तार तेज हुई है, जो अब जनवरी में नजर आ रही है। हर साल की तरह इन अंतिम तीन महीनों में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य होता है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि इन दो महीनों (फरवरी-मार्च) में 4,500 से 5,000 किलोमीटर सड़क का निर्माण होगा। ’
उन्होंने कहा कि यह एक आशावादी परिदृश्य है। सड़क निर्माण 13,300 किलोमीटर तक पहुंच सकती है, लेकिन आम चुनाव के पहले आदर्श आचार संहिता लागू होने से भी कुल मिलाकर निर्माण गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।
जैन ने अपने दिल्ली कार्यालय में बातचीत करते हुए कहा, ‘इस साल हमने सबसे ज्यादा 4 लेन और हाई स्पीड एक्सेस कंट्रोल सड़क निर्माण किया है। कुल मिलाकर सड़क निर्माण भले ही सर्वाधिक स्तर पर नहीं है, लेकिन अगर आप चौड़ीकरण और रफ्तार के मामले में सड़क की गुणवत्ता के हिसाब से देखें तो यह निर्माण सर्वाधिक स्तर पर है।’
सचिव ने इससे पहले बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में कहा था कि राजमार्ग को लेकर अब किलोमीटर ही नहीं, बल्कि गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया जा रहा है।