facebookmetapixel
₹30,000 से ₹50,000 कमाते हैं? ऐसे करें सेविंग और निवेश, एक्सपर्ट ने बताए गोल्डन टिप्सभारतीय IT कंपनियों को लग सकता है बड़ा झटका! आउटसोर्सिंग रोकने पर विचार कर रहे ट्रंप, लॉरा लूमर का दावाये Bank Stock कराएगा अच्छा मुनाफा! क्रेडिट ग्रोथ पर मैनेजमेंट को भरोसा; ब्रोकरेज की सलाह- ₹270 के टारगेट के लिए खरीदेंपीएम मोदी इस साल UNGA भाषण से होंगे अनुपस्थित, विदेश मंत्री जयशंकर संभालेंगे भारत की जिम्मेदारीस्विगी-जॉमैटो पर 18% GST का नया बोझ, ग्राहकों को बढ़ सकता है डिलिवरी चार्जपॉलिसीधारक कर सकते हैं फ्री लुक पीरियड का इस्तेमाल, लेकिन सतर्क रहेंGST 2.0: छोटे कारोबारियों को 3 दिन में पंजीकरण, 90% रिफंड मिलेगा तुरंतSwiggy ऐप पर अब सिर्फ खाना नहीं, मिनटों में गिफ्ट भी मिलेगाGST कटौती के बाद छोटी कारें होंगी 9% तक सस्ती, मारुति-टाटा ने ग्राहकों को दिया फायदा48,000 करोड़ का राजस्व घाटा संभव, लेकिन उपभोग और GDP को मिल सकती है रफ्तार

ड्रोन लाएगा आपका ऑर्डर आसमान से सीधा दरवाजे तक! बेंगलूरु में नई क्रांति, अब सिर्फ 7 मिनट में होगी डिलिवरी

देश के आईटी हब बेंगलूरु में हाइपरलोकल ड्रोन डिलिवरी नेटवर्क स्काई एयर ने अपनी अल्ट्रा-फास्ट सेवा शुरू की है।

Last Updated- March 28, 2025 | 10:31 PM IST
Drones
प्रतीकात्मक तस्वीर

बेंगलूरु में ड्रोन से सामान डिलिवरी की शुरुआत हो गई है। इससे शहर में ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स का परिदृश्य पूरी तरह बदल जाएगा। लोगों को बेहद कम समय में सामान तो उपलब्ध होगा ही, कंपनियों के काम करने में दक्षता के साथ निरंतरता बढ़ेगी। देश के आईटी हब बेंगलूरु में हाइपरलोकल ड्रोन डिलिवरी नेटवर्क स्काई एयर ने अपनी अल्ट्रा-फास्ट सेवा शुरू की है। इसी के साथ यह ड्रोन डिलिवरी सेवाएं शुरू करने वाला गुरुग्राम के बाद दूसरा शहर बन गया है।

कोननकुंटे और कनकपुरा रोड जैसे क्षेत्रों के लोग जल्द ही सात मिनट में डिलिवरी का अनुभव करेंगे। यानी बुक करने के सात मिनट के अंदर ड्रोन से सामान आपके दरवाजे पर होगा। यह शहरी क्षेत्रों में सामान लाने ले जाने में ड्रोन टेक्‍नॉलजी के तेजी से विकास को दर्शाता है।

स्काई एयर फर्म ने कहा कि बेंगलूरु में ड्रोन डिलिवरी की शुरुआत से ई-कॉमर्स और क्विक कॉमर्स परिदृश्य में जबरदस्त बदलाव आने वाला है। इससे सामान पहुंचाने में तेजी तो आएगी, यह फर्मों की कार्यप्रणाली में दक्षता और स्थिरता भी लाएगा। 

स्काई एयर के संस्थापक और सीईओ अंकित कुमार ने कहा, ‘दूरदराज के ग्राहक तक सामान पहुंचाने में ड्रोन डिलिवरी टेक्‍नॉलजी का इस्तेमाल करने से सिर्फ काम को ही गति नहीं देगा, यह टिकाऊ और कुशल इकोसिस्टम विकसित करने में भी काफी मददगार होगा। बेंगलूरु में हमारा विस्तार पर्यावरण के अनुकूल और तेज डिलिवरी सेवाओं की बढ़ती मांग का प्रतीक है। खास यह कि इसका फायदा व्यवसायकर्ता फर्म और उपभोक्ता दोनों को ही होगा।’ उन्होंने कहा, ‘प्रत्येक ड्रोन उड़ान के साथ हम न केवल दक्षता में सुधार कर रहे हैं, ब​ल्कि हम लॉजिस्टिक्स के एक स्वच्छ, हरित और स्मार्ट भविष्य का मार्ग भी प्रशस्त कर रहे हैं।’

कंपनी ने कहा कि यह कारोबार में एक राष्ट्रव्यापी बदलाव की शुरुआत है, जहां ड्रोन डिलिवरी कोई अपवाद नहीं, ब​ल्कि एक अनिवार्य मानदंड बन जाएगी।

स्काई एयर फ्लिपकार्ट, स्विगी, टाटा1एमजी जैसी ई-कॉमर्स की दिग्गज फर्मों के साथ-साथ अपोलो हॉस्पिटल्स, एस्टर, एसआरएल डायग्नोस्टिक्स जैसे हेल्थकेयर संस्थानों आदि के साथ काम कर रही है। स्काई एयर सभी प्रमुख क्विक कॉमर्स और लॉजिस्टिक कंपनियों के साथ भी जुड़ी है। फर्म के लिए लॉजिस्टिक क्षेत्र सबसे अ​धिक राजस्व देने वालों से एक है।

कंपनी ने अब तक 11,500 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 2,150 उड़ानें संचालित की हैं। इस दौरान इसने 7,500 किलो सामान पहुंचाया है।

कैसे काम करती है तकनीक

ड्रोन डिलिवरी सेवा स्काई एयर की प्रमुख डिलिवरी ड्रोन स्काई शिप वन द्वारा संचालित है। इसे उच्च क्षमता वाले कार्यों के लिए डिजाइन किया गया है। डिलिवरी के लिए ड्रोन एक बार में 10 किलो तक सामान ले जा सकता है। बड़ी बात यह है कि यातायात की भीड़, जाम से बचते हुए यह ड्रोन आवाजाही का समय कम करने के लिए 120 मीटर एजीएल (अबव ग्राउंड लेवल) पर एक अदृश्य हवाई गलियारे, थ्री-डाइमेंशनल स्काई टनल से गुजरता हुआ मंजिल यानी ग्राहक तक पहुंचता है।

अपने गंतव्य पर पहुंचने पर ड्रोन 20 मीटर तक नीचे उतरता है और स्काई विंच सिस्टम को सक्रिय करता है। सावधानीपूर्वक पैकेज को निर्दिष्ट स्काई पॉड या ड्रॉप जोन पर नीचे करता है। डिलिवरी पूरी होने के बाद ड्रोन स्वचालित रूप से पैकेज को छोड़ देता है और उसी मार्ग का उपयोग कर अपने मूल स्थान पर वापस चला जाता है। सामान डिलिवरी की यह पूरी प्रक्रिया 7 मिनट से भी कम समय में पूरी हो जाती है।

स्काई शिप वन अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है। इसमें एक ऑनबोर्ड पैराशूट सिस्टम शामिल है। यह अप्रत्याशित विफलताओं की स्थिति में सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत भी प्रदान करता है। एक एकीकृत 5जी मॉड्यूल, बेहतर नेविगेशन, ट्रैकिंग और संचार के लिए रीयल-टाइम कनेक्टिविटी सुनिश्चित करता है। एक स्काई यूटीएम ब्लैक बॉक्स भी इसमें होता है। यह उड़ान प्रदर्शन, सिस्टम डायग्नोस्टिक्स और पर्यावरणीय परिस्थितियों सहित महत्त्वपूर्ण मिशन डेटा को कैप्चर करता है, जिससे परिचालन बेहद सटीक और सरल हो जाता है।

ड्रोन डिलिवरी से न केवल तेज गति से सामान की आपूर्ति होगी, बल्कि यह इस क्षेत्र के सतत विकास में भी पासा पलटने वाली साबित होगी।  स्काई एयर के ड्रोन के माध्यम से प्रत्येक डिलिवरी पारंपरिक सड़क-आधारित विधियों की तुलना में 520 ग्राम कार्बन उत्सर्जन को बचाती है। उदाहरण के लिए प्रति मार्ग प्रति माह 5,000 ड्रोन डिलिवरी की जाती है तो इससे 2.6 टन सीओ2 की बचत होती है। एक वर्ष के दौरान यह प्रति मार्ग 31 टन सीओ के बराबर है। जब इसे राष्ट्रव्यापी 100 से अधिक मार्गों तक बढ़ाया जाता है, तो कुल सीओ2 बचत सालाना 3,100 टन तक पहुंच जाने का अनुमान है, जो प्रत्येक वर्ष 150,000 से अधिक पेड़ लगाने के बराबर है।

First Published - March 28, 2025 | 10:21 PM IST

संबंधित पोस्ट