Delhi Weather: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली के लिए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है। राजधानी में अगले दो दिनों में मध्यम बारिश, तूफान और बिजली गिरने की भविष्यवाणी की गई है। शुक्रवार के बाद, IMD ने 17 जुलाई तक शहर में “बहुत हल्की” बारिश होने का अनुमान लगाया है। दिल्ली के अलावा, नोएडा और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के अन्य क्षेत्रों में बादल छाए रहने और बारिश होने की संभावना है। इस पूर्वानुमान के कारण नोएडा के अधिकारियों ने निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को सुरक्षित और ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी है, क्योंकि यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने का अनुमान है।
गुरुवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता का स्तर 91 प्रतिशत रहा। शहर में बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे से गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटों में 15 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
नोएडा में कई गांव यमुना तट पर स्थित हैं, जहां पिछले साल मॉनसून के मौसम में भयंकर बाढ़ आई थी, जिससे दिल्ली और नोएडा दोनों के निवासियों को काफी असुविधा हुई थी।
पिछले साल, दिल्ली में यमुना नदी 13 जुलाई को 70 वर्षों में अपने उच्चतम स्तर 208.66 मीटर पर पहुंच गई थी, जिससे कई दिनों तक इसके किनारों के करीब के इलाकों में भयंकर बाढ़ आई थी। इससे पहले दिल्ली ने कभी-भी इस तरह की बाढ़ नहीं देखी थी। हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई, जो स्वयं उफनती नदियों और भूस्खलन से पीड़ित थे।
दिल्ली में यमुना का खतरे का निशान 205.33 मीटर है। केंद्रीय जल आयोग की लाइव ट्रैकिंग सुविधा के अनुसार, 11 जुलाई को दोपहर 2 बजे तक, रेलवे के पुराने लोहे वाले पुल पर यमुना का जल स्तर 202.35 मीटर है।
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दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आश्वासन दिया है कि आम आदमी पार्टी की पूरी तैयारी के कारण इस साल यमुना में बाढ़ नहीं आएगी। दिल्ली में यमुना के लिए पहला चेतावनी स्तर तब जारी किया जाता है जब हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी का डिस्चार्ज एक लाख क्यूसेक से अधिक हो जाता है। फिलहाल यह इस सीमा से नीचे है।
भारद्वाज ने कहा, “बाढ़ विभाग ने पूरे साल बाढ़ नियामकों पर काम किया है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार ने किसी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए रिजर्व पंपों का स्टॉक रखा है। इसके अतिरिक्त, अधिकारियों ने यमुना का स्तर बढ़ने पर पानी के अतिरिक्त प्रवाह को रोकने के लिए नियंत्रण यंत्रों की जांच की है। भारद्वाज ने ये टिप्पणी दिल्ली के आईटीओ में दोपहर 12 बजे रेगुलेटर की समीक्षा करते हुए की।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 118 अंक के साथ ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज किया गया। शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।