भारत में इन्फ्लुएंसर्स को देखकर खरीदारी करने वाले लोगों की संख्या अधिक है। 90 फीसदी भारतीयों ने इन्फ्लुएंसर एंडोर्समेंट के आधार पर कम से कम एक प्रोडक्ट खरीदा है।
ASCI की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में इन्फ्लुएंसर्स को देखकर खरीदारी करने वाले लोगों की संख्या अधिक है। रिपोर्ट की मानें तो 90 फीसदी भारतीयों ने इन्फ्लुएंसर एंडोर्समेंट के आधार पर कम से कम एक प्रोडक्ट खरीदा है।
भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (ASCI) ने गुरुवार को विज्ञापन इंडस्ट्री में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की ताकत दिखाते हुए कहा कि 70 फीसदी भारतीय लोग उसी प्रोडक्ट को खरीदते हैं जो इंफ्लुएंसर के द्वारा एंडोर्स की जाती है।
हाल ही में ASCI ने एक सर्वेक्षण रिपोर्ट, ‘Influencer Trust Report’ जारी की। सर्वेक्षण में 820 लोगों को शामिल किया गया था, जो 18 वर्ष से अधिक के थे। रिपोर्ट में बताया गया कि 820 लोगों में से 79 फीसदी लोग सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर पर भरोसा करते हैं। इनमें से भी 30 फीसदी लोग इन्फ्लुएंसर पर पूरी तरह से 100 फीसदी भरोसा करते हैं, वहीं 49 फीसदी लोगों ने भी उन पर कुछ हद तक भरोसा करते हैं।
इसके अलावा, सर्वेक्षण में शामिल 90 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने इन्फ्लुएंसर एंडोर्समेंट के आधार पर कम से कम एक प्रोडक्ट खरीदा था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 61 फीसदी लोगों ने 3 से ज्यादा प्रोडक्ट की खरीदारी इन्फ्लुएंसर एंडोर्समेंट के आधार पर की है। रिपोर्ट में पाया गया कि 25 से 44 वर्ष की आयुवर्ग के लोग इंफ्लुएंसर पर अधिक भरोसा करते हैं।
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि कस्टमर उन इंफ्लुएंसर्स पर ज्यादा भरोसा करते हैं जो ब्रांड एसोसिएशन के बारे में पारदर्शी और ईमानदार हैं। लोगों के जीवन से जुड़ी लाइफस्टाइल और कंटेंट दिखाना और पर्सनल कहानियां, ऐसे अन्य दो माध्यम हैं जिससे ग्राहकों के बीच और भरोसा बढ़ा है।
साथ ही, ईमानदार और पारदर्शी न होना सबसे बड़ी वजह थी जिससे लोगों का इन्फ्लुएंसर्स पर भरोसा कम हो सकता था। अन्य मुख्य कारणों में एक ही कंटेंट को बार-बार दोहराना और बहुत अधिक प्रोडक्ट का प्रचार करना था, जिससे ग्राहकों के बीच भरोसे में कमी देखी गई।
ASCI की मुख्य कार्याधिकारी (CEO) और सेक्रेटरी जनरल मनीषा कपूर ने कहा कि पारदर्शिता न रखना एक सबसे बड़ा कारण है जिसकी वजह से लोगों ने इन्फ्लुएंसर पर भरोसा करना छोड़ दिया। वहीं इसके विपरीत, कम्युनिकेशन में पारदर्शिता के कारण लोग इन्फ्लुएंसर से जुड़े भी।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि मई 2021 में दिशानिर्देश जारी होने के बाद से ASCI को ब्रांडों और इन्फ्लुएंसर्स के बीच संबंधों का खुलासा नहीं करने के कारण 2,767 शिकायतें मिली हैं।
कपूर ने कहा कि केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरणों को भी अब ब्रांडों और इन्फ्लुएंसर्स के बीच भौतिक संबंध का खुलासा करने की आवश्यकता है और अगर ऐसा नहीं होता तो यह कानून का उल्लंघन माना जाएगा।
इन्फ्लुएंसर्स के खिलाफ वर्ष 2021-22 में 1,592 शिकायतें और पिछले साल अप्रैल से दिसंबर के बीच 1,175 शिकायतें दर्ज की गई थी। 2021-22 में, सबसे अधिक शिकायतें वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDA) के खिलाफ थीं। पिछले साल, पर्सनल केयर टॉप कैटेगरी थी, जहां इस तरह के उल्लंघन हुए।
इनमें भी Instagram टॉप प्लेटफॉर्म था जिसके माध्यम से सबसे अधिक उल्लंघन हुए।