बॉन्ड, प्रतिभूतियों में निवेश करने वाली डेट म्युचुअल फंड योजनाओं से पिछले महीने 1.01 लाख करोड़ रुपये की निकासी हुई है। म्युचुअल फंड निकाय एम्फी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। यह लगातार दूसरा महीना है इन योजनाओं से निकासी हुई है। मुख्य रूप से कंपनियों की अग्रिम कर जरूरतों और शेयर बाजारों में गिरावट आने से ऐसा हुआ है।
‘एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया’ (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार अगस्त में इस खंड से 25,873 करोड़ रुपये निकाले गए थे। इससे पहले जुलाई में इन योजनाओं में 61,440 करोड़ रुपये का निवेश आया था। भारी निकासी के चलते सितंबर के अंत में निश्चित आय फंड या डेट फंड की प्रबंधन-अधीन संपत्ति (एयूएम) घटकर 13.05 लाख करोड़ रुपये रह गई। अगस्त के अंत में यह 14 लाख करोड़ रुपये थी।
ऋण निवेश साधनों को लेकर निवेशकों ने कम दिलचस्पी दिखाई। समीक्षाधीन महीने में 16 बॉन्ड श्रेणियों में से 14 में शुद्ध निकासी हुई। लंबी अवधि और गिल्ट फंड खंड में निकासी नहीं देखी गई। ब्याज दर चक्र में बदलाव की उम्मीद में पिछले कुछ समय से इन दो श्रेणियों को निवेशकों का समर्थन मिल रहा है।
ऑनलाइन निवेश मंच फायर्स के उपाध्यक्ष (शोध) गोपाल कवलिरेड्डी ने कहा, ‘अग्रिम कर भुगतान, तिमाही के अंत में अन्य लेखांकन के साथ वित्तीय जरूरतें आने से सितंबर में ऋण खंड में निकासी हुई।’