तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) और सीईओ सली सुकुमारन नायर ने कहा कि बैंक वित्त वर्ष 2026 में अपने गोल्ड लोन पोर्टफोलियो को बढ़ाना जारी रखेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि बैंक का ध्यान रिटेल और एमएसएमई खातों को बढ़ाने पर भी रहेगा। बैंक का कुल गोल्ड लोन पोर्टफोलियो 31 मार्च को 18,000 करोड़ रुपये से कुछ अधिक था।
नायर ने कहा कि गोल्ड लोन देने को लेकर हमारी स्थिति बहुत बेहतर है और इसके कारण गोल्ड लोन पर रिजर्व बैंक के मसौदा दिशानिर्देशों का असर बैंक पर सीमित रहेगा। नायर ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से बातचीत के दौरान कहा, ‘दरअसल हम 6 से 7 मिनट में सोने के आभूषणों पर ऋण देने की योजना बना रहे हैं।’
इसके अलावा जमा के बारे में नायर ने कहा कि बैंक ने कुल मिलाकर जमा का आधार सुधारने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। चालू खातों के लिए ट्रांजैक्शन बिजनेस यूनिट स्थापित करने, एनआरआई जमा के लिए ग्लोबल नॉन-रेजिडेंट इंडियन (एनआरआई) सेंटर बनाने और ज्यादा पैसे जमा करने वाले व्यक्तियों के लिए संभ्रांत सेवाएं देने जैसी पहल की गई है।
उन्होंने कहा, ‘पिछले साल हमें 129 अरब डॉलर रेमिटेंस मिला और हमें वैश्विक अनिश्चितताओं से एनआरआई जमा पर असर पड़ने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।’ इस समय बैंक की चालू खाते और बचत खाते (कासा) की कुल जमा में हिस्सेदारी 8.43 प्रतिशत है, जो उद्योग के आंकड़ों से कम है। नायर ने कहा कि कर्ज देने के मामले मे बैंक खुदरा, कृषि और एमएसएमई (आरएएम) ऋण पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।