बाजार में तेजी के दौरान जितने झटके नहीं लगे, उससे कहीं ज्यादा मार गिरावट के दौर में देखी गई। उदाहरण के तौर पर सत्यम कंप्यूटर का मामला और अमेरिकी निवेश बैंकों के धराशायी होने को शामिल किया जा सकता है। सत्यम मामले ने कंपनियों के उत्तरादयित्व की खामियों को स्पष्ट रूप से उजागर किया है। […]
आगे पढ़े
वैश्विक संकट की वजह से मौजूदा वित्तीय माहौल में रेटिंग एजेंसियों के समक्ष भी तमाम तरह की चुनौतियां हैं। घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल लिमिटेड हमेशा उभरते पहलुओ पर नजर रखती है। धीरेन शाह और जितेंद्र कुमार गुप्ता ने कंपनी की रणनीति, भविष्य की योजनाएं और भारतीय बाजार की संभावनाओं पर क्रिसिल की एमडी और सीईओ […]
आगे पढ़े
पूरे सप्ताह बाजार में गिरावट का दौर जारी रहने केबाद शुक्रवार को कुछ सुधार देखा गया। निफ्टी 2,701 अंकों के निचले स्तर को छूते हुए 1.55 फीसदी की गिरावट के साथ 2,828 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 9,323 अंकों पर रहा। रुपये की कीमत में थोड़ी गिरावट के कारण डेफ्टी में भी 1.73 की गिरावट आई। […]
आगे पढ़े
हमारे बाजार के लिए यह हफ्ता भी अच्छा नहीं रहा क्योंकि पूरे हफ्ते दुनियाभर से जो बी संकेत मिले, वे नकारात्मक ही थे। बीएसई 200 का बेंचमार्क सूचकांक पिछले हफ्ते 1.6 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। 1 सितंबर 2008 को शुरू हुए स्मार्ट पोर्टफोलियो के बाद से बीएसई से संवेदी सूचकांक में अब […]
आगे पढ़े
स्मार्ट सेक्टर – उत्पाद कर में चार फीसदी की कटौती, निर्यात पर छूट, हाउंसिंग सेक्टर के लिए राहत पैकेज और आयातित सीमेंट पर प्रतिपूर्ति शुल्क (सीवीडी) को फिर से लगाकर सरकार ने इस सेक्टर को काफी राहत दी है। राहत पैकेज, जिंसों की कीमतों में तेज गिरावट, न्यूनतम स्तर पर आ चुका मूल्यांकन और पिछले […]
आगे पढ़े
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि भारत को अपने बु्नियादी ढांचे में मोटा निवेश करने की जरूरत है। इस बुरे वक्त में भी सरकारी राहत पैकेज का पूरा ध्यान बुनियादी ढांचे निर्माण की तरफ ही है। दरअसल, इसी तरीके से हम अपनी विकास की रफ्तार में इजाफा कर सकते हैं और रोजगार […]
आगे पढ़े
मंदी की वजह से भले ही कई कंपनियों की हालत पतली हो, लेकिन कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जो ऐसे वक्त में भी चांदी काट रही हैं। ऐसी ही एक कंपनी है केईसी इंटरनैशनल। यह कंपनी ट्रांसमिशन ऐंड डिस्ट्रीब्यूशन श्रेणी में इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) सेक्टर की एक बड़ी कंपनी है। इसकी 65 फीसदी […]
आगे पढ़े
इन्फोसिस टेक्नोलॉजीज सिफारिश: 1302 रुपयेमौजूदा भाव: 1268.25 रुपयेलक्ष्य: 980 रुपयेब्रोकरेज: एम्बीट कैपिटलवित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में मुल्क की अग्रणी आईटी कंपनी इन्फोसिस टेक्नोलॉजीज की कमाई में पिछली तिमाही के मुकाबले 6.8 फीसदी ज्यादा रही। रुपये की सेहत में 10 फीसदी की कमजोरी आने की वजह से उसके उत्पादन में 2.5 फीसदी का इजाफा हुआ […]
आगे पढ़े
शेयर बाजार की कीमतें वास्तविक अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण संकेतक है। साल 2003 और 2008 के दौरान शेयर बाजार में आई तेजी के दौरान इस सच्चाई को समर्थन मिला। शेयर बाजार में तेजी की शुरुआत अप्रैल 2003 में हुई। एक साल बाद एनडीए सरकार को बहुमत नहीं मिल पाया क्योंकि वास्तविक अर्थव्यवस्था में उतना सुधार नहीं […]
आगे पढ़े
वित्त वर्ष का यह समय कुछ ऐसा होता है तब करदाता धारा 80 सी के तहत आने वाली योजनाओं में निवेश के लिए सक्रिय हो उठते हैं। धारा 80 सी के तहत निवेश की अधिकतम सीमा एक लाख रुपये की है और यही वजह है कि निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बीमा और म्युचुअल […]
आगे पढ़े