Buy LIC Policy: हेल्थ और अस्पताल खर्च की चिंता आज हर किसी के दिमाग में रहती है। अचानक किसी परिवार के सदस्य की तबीयत खराब हो जाए, तो न केवल मानसिक तनाव बढ़ता है बल्कि आर्थिक बोझ भी बढ़ जाता है। ऐसे में LIC की Jeevan Arogya पॉलिसी परिवार को सुरक्षित रखने का भरोसेमंद उपाय है।
LIC Jeevan Arogya एक नॉन-लिंक्ड और नॉन-पार्टिसिपेटिंग हेल्थ इंश्योरेंस प्लान है। यह पॉलिसी अस्पताल में भर्ती, सर्जरी और अन्य मेडिकल इमरजेंसी में वित्तीय सुरक्षा देती है और मुश्किल समय में परिवार को आर्थिक रूप से स्वतंत्र रखती है।
शुरुआती Major Surgical Benefit आपकी चुनी गई दैनिक राशि का 100 गुना होगा। यानी ₹1,000 रोजाना पर सर्जिकल कवर ₹1 लाख, ₹2,000 रोजाना पर ₹2 लाख और इसी तरह। इसके अलावा Day Care Procedure, अन्य सर्जिकल लाभ और प्रीमियम वेवर बेनिफिट भी इसी आधार पर मिलते हैं।
(प्रीमियम में सर्विस टैक्स शामिल नहीं)
आप (मुख्य बीमित), आपकी पत्नी, बच्चे, माता-पिता और सास-ससुर सभी को एक पॉलिसी के तहत कवर किया जा सकता है।
इस पॉलिसी के जरिए परिवार के हर सदस्य की हेल्थ खर्चों में मदद मिलती है और मुश्किल समय में आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
अगर अचानक परिवार में किसी को अस्पताल में भर्ती करना पड़े तो मानसिक और आर्थिक दोनों तरह की परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे समय में LIC की Jeevan Arogya पॉलिसी काफी मददगार साबित हो सकती है। यह पॉलिसी छोटे-बड़े मेडिकल खर्चों को कवर करती है और तुरंत आर्थिक सहारा देती है।
अस्पताल में भर्ती होने पर कुल खर्च का 50% भुगतान तुरंत किया जाता है।
सिर्फ बिल की फोटोकॉपी देने पर क्लेम सेटल हो जाता है।
गंभीर दुर्घटना या ऑपरेशन की स्थिति में तुरंत मदद मिलती है।
एंबुलेंस चार्ज के तौर पर 1,000 रुपये तक का लाभ भी मिलता है।
अस्पताल में भर्ती रहने पर रोजाना 1,000 रुपये से 4,000 रुपये तक का भुगतान मिलता है।
यह सुविधा 720 दिनों तक ली जा सकती है।
अगर कवरेज राशि ज्यादा है, तो रोजाना 8,000 रुपये तक का लाभ भी मिलता है, लेकिन यह केवल ICU भर्ती के लिए लागू है।
इस सुविधा का लाभ साल में अधिकतम 5 बार उठाया जा सकता है।
दुर्घटना की स्थिति में क्लेम तुरंत यानी उसी दिन सेटल हो जाता है।
यह पॉलिसी परिवार के हर सदस्य के मेडिकल खर्चों में मदद करती है और अचानक आने वाले बुरे समय में आर्थिक सुरक्षा का भरोसा देती है।
(नोट: यह जानकारी केवल जागरूकता के उद्देश्य से है। निवेश या बीमा से जुड़े फैसले लेने से पहले वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें।)