Vice President Elections: देश के नए उप राष्ट्रपति के चुनाव के लिए मंगलवार को संसद भवन में मतदान शुरू हो गया। मतदान सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 5 बजे तक चलेगा और नतीजों की घोषणा देर शाम तक हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले अपना वोट डाला।
इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के कुल 781 सदस्य भाग ले रहे हैं। उप राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से सी. पी. राधाकृष्णन मैदान में हैं, जबकि विपक्ष की ओर से पूर्व न्यायाधीश सुदर्शन रेड्डी उम्मीदवार हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस बार दोनों उम्मीदवार दक्षिण भारत से आते हैं—राधाकृष्णन तमिलनाडु और रेड्डी तेलंगाना से।
पूर्व उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया था, जिसके चलते यह चुनाव हो रहा है। हालांकि उनका कार्यकाल दो साल और बाकी था।
संख्या बल के लिहाज से देखें तो राजग उम्मीदवार राधाकृष्णन की स्थिति मजबूत मानी जा रही है। राधाकृष्णन ओबीसी समुदाय से आते हैं और लंबे समय से आरएसएस से जुड़े रहे हैं। वे पहले झारखंड और महाराष्ट्र के राज्यपाल रह चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में उनकी सादगी और जनसेवा के प्रति समर्पण की सराहना की थी।
वहीं, विपक्षी उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हैं। वे गोवा के लोकायुक्त भी रह चुके हैं और अपने फैसलों के कारण सुर्खियों में रहे हैं। खासकर ‘सलवा जुडूम’ को असंवैधानिक करार देने वाले फैसले को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में उन पर तीखा हमला बोला था। हालांकि रेड्डी ने कहा कि वह फैसला उनका व्यक्तिगत नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट का सामूहिक निर्णय था।
चुनाव से एक दिन पहले विपक्षी सांसदों ने ‘मॉक वोटिंग’ कर एकजुटता का संदेश दिया, ताकि मतदान के दौरान उनके वोट अवैध न हों। इसी तरह राजग ने भी अपने सांसदों को मतदान प्रक्रिया समझाने के लिए बैठक की।
इस बीच, ओडिशा की बीजू जनता दल (बीजद) ने मतदान से दूरी बनाने का ऐलान किया है। पार्टी ने कहा कि वह भाजपा और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ दोनों से समान दूरी बनाए रखेगी। वहीं, एआईएमआईएम ने विपक्ष के उम्मीदवार रेड्डी का समर्थन करने का फैसला किया है।
रेड्डी ने सांसदों से अपील की है कि वे पार्टी लाइन से ऊपर उठकर लोकतंत्र की मजबूती के लिए वोट डालें, जबकि राधाकृष्णन का दावा है कि उनका जीवन जनता की सेवा और सरलता का उदाहरण है।