ज्यादा कमाई पर अधिक कैपिटल गेन टैक्स लगाने की खबर का सरकार ने खंडन किया है। वित्त मंत्रालय ने ट्वीट करते हुए ये साफ किया है कि इस तरह की किसी भी योजना पर कोई काम नहीं किया जा रहा है न ही विभाग के पास इस तरह का कोई प्रस्ताव आया है।
बता दें, ब्लूमबर्ग की एक खबर में दावा किया गया था कि केंद्र सरकार कैपिटल गेन्स (capital gains) टैक्स ढांचे में कायापलट की तैयारी कर रही है। ब्लूमबर्ग की खबर के अनुसार सरकार की तरफ से यह बदलाव इस लिए किया जा सकता है ताकि इनकम असमानता (income inequality) को कम करने में मदद मिल सके। ब्लूमबर्ग ने इस मामले की जानकारी रखने वालों के हवाले से इस रिपोर्ट को छापा है।
क्या होता है Capital Gain Tax ?
जब कोई इन्वेस्टर (Investor) अपनी प्रॉपर्टी, घर, कार, बैंक FD आदि बेचता है तो इसके बिक्री से हासिल होने वाले मुनाफे पर टैक्स लिया जाता है। इस मुनाफे को कैपिटल गेन टैक्स कहते हैं। साल 2018 में इसे स्टॉक मार्केट से जोड़ा गया था। आसान भाषा में कहें तो किसी भी कैपिटल या प्रॉपर्टी को बेचकर हुए मुनाफे में लगने वाला टैक्स ही कैपिटल गेन टैक्स (Capital Gain Tax) है।