पंजाब नैशनल बैंक (PNB) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अतुल कुमार गोयल ने एक बातचीत में मनोजित साहा से कहा कि ऋणदाता का गैर-निष्पादित परिसंपत्ति अनुपात और बेहतर हो सकता है क्योंकि उसके पास ऐसा कोई बड़ा ऋण नहीं है, जिसकी पहचान फंसे हुए ऋण के रूप में करने की जरूत हो। संपादित अंश:
अधिक परिचालन व्यय और प्रावधानों के कारण शुद्ध लाभ में गिरावट आई है। तीसरी तिमाही के दौरान कर्मचारी लाभ व्यय 185 प्रतिशत तक बढ़ गया। क्या यह एक बार की चोट है या आप आने वाली तिमाहियों में और अधिक प्रावधान देख रहे हैं?
द्विपक्षीय समझौता (वेतन संशोधन के लिए कर्मचारी संघों के साथ) नवंबर 2022 में होना था। दिसंबर तिमाही में हमने दो महीने के लिए 181 करोड़ रुपये प्रदान किए। इसके अलावा, समझौते के तहत अगर नौ महीने में परिचालन लाभ पिछले वर्ष की समान अवधि के नौ महीनों से अधिक रहता है, तो प्रावधान की भी जरूरत रहती है।
इसके लिए हमने 79 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। दिसंबर तिमाही के लिए हमारा एएस15 प्रावधान 1,330 करोड़ रुपये का था। इन पहलुओं के संबंध में कुछ प्रावधान जारी रह सकते हैं, विशेष रूप से वेतन संशोधन वाले प्रावधान। हालांकि एएस15 प्रावधान के लिए भार कम हो सकता है।
सालाना आधार पर कुल प्रावधानों में 40 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है, जिसमें से मानक परिसंपत्ति का प्रावधान 469 करोड़ रुपये था, जो एक साल पहले ऋणात्मक 120 करोड़ रुपये था। क्या आप इस तीव्र वृद्धि पर कुछ रोशनी डाल सकते हैं?
दिसंबर तिमाही के लिए कुल प्रावधान 3,908 करोड़ रुपये था। इस अधिक प्रावधान का कारण NPA का पुराना होना था। हालांकि NPA के बढ़ने में गिरावट आ रही है। क्रेडिट लागत, जो वित्त वर्ष 23 में लगभग दो प्रतिशत है, वित्त वर्ष 24 में 1.5 प्रतिशत से कम होगी। हमारा प्रावधान दायरा अनुपात बढ़कर 85 प्रतिशत हो गया है।
तीसरी तिमाही में ताजा स्लिपेज तकरीबन 4,000 करोड़ रुपये थी, हालांकि इस रुख में गिरावट आ रही है। क्या आपको चौथी तिमाही के दौरान इस स्लिपेज में और कमी आने की उम्मीद है?
निश्चित रूप से। इनमें हर तिमाही में गिरावट आएगी क्योंकि हमारे पास कोई ढुलमुल वाला खाता नहीं है। 100 करोड़ रुपये से अधिक का एक भी खाता ऐसा नहीं है, जिसकी पहचान हमें NPA के रूप में करनी पड़े। दिसंबर 2022 में एसएमए2 10,207 करोड़ रुपये था। जनवरी में यह घटकर 4,816 करोड़ रुपये रह गया। इसमें पांच करोड़ रुपये से अधिक वाले खाते कुल मिलाकर 1,107 करोड़ रुपये की ही थे। अधिकतम राशि 93 करोड़ रुपये है। इसलिए स्लिपेज हर तिमाही में धीरे-धीरे कम होगा।
इस वित्त वर्ष के अंत में आप अपने शुद्ध लाभ और सकल NPA का अनुपात किस स्तर पर देखते हैं?
तीसरी तिमाही के अंत में हमारा सकल NPA अनुपात 9.76 प्रतिशत था। हमें इस बात की उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक यह लगभग नौ प्रतिशत रह जाएगा। दिसंबर में नेट NPA 3.3 प्रतिशत था और इसके घटकर तीन प्रतिशत पर आने की संभावना है।
चालू वित्त वर्ष के लिए पीएनबी की क्रेडिट वृद्धि का अनुमान क्या है?
चालू वित्त वर्ष के लिए हमारी क्रेडिट वृद्धि 13 से 14 प्रतिशत के बीच रहेगी। मांग में सुधार हो रहा है। अब कंपनियां स्वीकृत कार्यशील पूंजी सीमा का उपयोग कर रही हैं। कुछ इस्पात कंपनियां विस्तार के लिए जा रही हैं। सड़क संबंधी बुनियादी ढांचे वाली बहुत सारी परियोजनाएं भी आ रही हैं।
क्या आपको लगता है कि जमा दरें शीर्ष स्तर पर पहुंच चुकी हैं?
हमारी जमा दरें अन्य बैंकों के बराबर हैं। हमने पिछले छह महीने में अपनी सावधि जमा दरों में संशोधन किया है और मुझे इसमें और अधिक वृद्धि की उम्मीद नहीं दिखती है, शायद 10 से 15 आधार अंक की हो सकती है, लेकिन इससे ज्यादा नहीं।