सरकार के हस्तक्षेप और अनुकूल विनियामकीय माहौल की मदद से भारत आने वाले दशकों में सबसे तेजी से बढ़ते बीमा बाजारों में से एक के रूप में उभरने की तैयारी में है। वर्ष 2022-23 के आर्थिक समीक्षा में यह संभावना जताई गई है। समीक्षा के अनुसार यूक्रेन के संघर्ष से खास तौर पर यूरोप में […]
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देश में बीमा की पहुंच दोगुनी करने के लिए मौजूदा बीमा कंपनियों की ओर से हर साल 50,000 करोड़ रुपये अतिरिक्त पूंजी लगाने की जरूरत है। बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण के चेयरमैन देवाशिष पांडा ने शुक्रवार को कहा कि यह मुनाफे के इस्तेमाल व नए निवेश दोनों तरीकों से हो सकता है। बीमा से […]
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बीमा नियामक इरडा (IRDAI) के प्रमुख देवाशीष पांडा ने शुक्रवार को कहा कि बीमा उद्योग को अगले पांच वर्षों में अपनी पहुंच को दोगुना करने के लिए प्रति वर्ष 50,000 करोड़ रुपये पूंजी की जरूरत होगी। पांडा ने यहां उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कारोबारी समूहों को बीमा […]
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नई पेंशन योजना (एनपीएस) की न्यूनतम सुनिश्चित मुनाफा योजना (एमएआरएस) पर फ्लोटिंग दरें लागू होंगी, जिन्हें हर साल तय किया जाएगा। अगले वित्त वर्ष की शुरुआत में पेंशन नियामक द्वारा शुरू की जाने वाली संभावित नई योजना में यह प्रस्ताव किया गया है। पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के चेयरमैन सुप्रतिम बंद्योपाध्याय ने […]
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भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) सामान्य एवं स्वास्थ्य बीमा कारोबार में उतरने का मन बना रही है। इसकी जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि एलआईसी के पास सामान्य और स्वास्थ्य बीमा कारोबार में उतरने के लिए सभी संसाधन हैं। सूत्र ने कहा कि एलआईसी जीवन, सामान्य और स्वास्थ्य बीमा तीनों […]
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सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) संसद में बीमा कानून (संशोधन) विधेयक पारित होने के बाद समग्र लाइसेंस खंड पर विचार कर सकती है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। प्रस्तावित विधेयक में यह प्रावधान है कि कोई भी आवेदक किसी भी प्रकार या श्रेणी के बीमा व्यवसाय के एक या अधिक […]
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वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों को ग्राहकों को बीमा उत्पादों की बिक्री के लिए ‘अनैतिक व्यवहार’ पर रोक लगाने के लिए एक मजबूत तंत्र स्थापित करने का निर्देश दिया है। लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं कि ग्राहकों को बीमा उत्पादों की बिक्री के लिए सही जानकारी नहीं […]
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देश में ऐसे लोगों की बड़ी तादाद है जो वित्तीय मदद और बीमा की सुविधाओं से वंचित हैं। इसे ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में कई तरह के बदलाव लाए जाने की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है। भारतीय बीमा नियामक विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) के सदस्य (वित्त एवं निवेश) राकेश जोशी का कहना […]
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गुरुवार को बिजनेस स्टैंडर्ड बीएफएसआई इनसाइट समिट में कई जीवन बीमा कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि जीवन बीमा योजनाओं के ग्राहकों को अधिकतम लाभ दिलाने के लिए यह जरूरी है कि पर्सिस्टेंसी रेशियो (बीमा कंपनी के पास लगातार नवीकृत हाने वाली पॉलिसी का अनुपात) मौजूदा स्तर से ऊंचा बनाए रखना होगा। पर्सिस्टेंसी रेशियो […]
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बीमा नियामक द्वारा किए गए नियामकीय बदलाव और केंद्र के द्वारा बीमा कानून में संशोधन के प्रस्ताव से भारत के बीमा क्षेत्र में नई संभावनाओं का आगाज हो सकता है। बिज़नेस स्टैंडर्ड के बीएफएसआई इनसाइट समिट में शामिल हुए देश की सामान्य बीमा कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के सकारात्मक माहौल […]
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