बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDA) ने सभी सामान्य जीवन बीमा कंपनियों एवं स्वास्थ्य बीमा कंपनियों को देश के उत्तरी भाग में भारी बारिश एवं बाढ़ से हुए नुकसान की क्षति-पूर्ति के दावों का निपटान तेजी से करने के निर्देश दिए हैं। IRDA ने बीमा कंपनियों को इसके लिए सभी आवश्यक उपाय करने के लिए कहा है।
बीमा नियामक ने कहा कि बीमा कंपनियों को प्रत्येक प्रभावित राज्यों एवं केंद्र शासित क्षेत्रों के मुख्य सचिव या संबंधित अधिकारी को दावों के निपटान के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति की सूचना तत्काल देने के लिए कहा है।
आईआरडीए ने इस संबंध में कहा, ‘प्रभावित जिलों से बड़ी संख्या में आने वाले दावों के निपटान की प्रक्रिया पर जिला दावा सेवा प्रमुख को नजर रखनी है। बीमा कंपनियों को अपनी वेबसाइटों पर इन अधिकारियों के संपर्क सूत्र की जानकारी देनी चाहिए।’
बीमा कंपनियों को सप्ताह में चौबीस घंटे दावा करने वालों की सहायता करने के लिए कहा गया है ताकि दावे की रकम बिना किसी देरी के संबंधित खातों में पहुंच जाए।
आईआरडीए ने कहा है कि बीमा कंपनियां पॉलिसीधारकों को संवाद के लिए यथासंभव इलेक्ट्रॉनिक माध्यम का इस्तेमाल करने के प्रेरित करें।
बाढ़ से प्रभावितों को 10-10 रुपये देगी दिल्ली सरकार
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की कि दिल्ली सरकार बाढ़ प्रभावित परिवारों को 10-10 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।
उन्होंने ट्विटर पर कहा कि यमुना किनारे रहने वाले कई गरीब परिवारों ने बाढ़ में अपने घर खो दिए हैं और कुछ ने अपना सारा सामान गंवा दिया है। केजरीवाल ने कहा, ‘बाढ़ से प्रभावित प्रत्येक परिवार को 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।’
शिविर लगाएगी दिल्ली सरकार
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को घोषणा की कि सरकार उन लोगों के लिए विशेष शिविर लगाएगी, जिनके आधार कार्ड और अन्य महत्त्वपूर्ण दस्तावेज बाढ़ के पानी में बह गए हैं। केजरीवाल ने उत्तरी दिल्ली के मोरी गेट में एक राहत शिविर का दौरा करने के दौरान यह घोषणा की।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘सरकार उन लोगों के लिए विशेष शिविर लगाएगी, जिनके आधार कार्ड और अन्य महत्त्वपूर्ण दस्तावेज बाढ़ के पानी में बह गए हैं। हम छात्रों के लिए फिर से स्कूल की वर्दी और किताबों की व्यवस्था करेंगे।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार जलभराव की समस्या से जूझ रही सड़कों से पानी निकाल रही है और प्रभावित इलाकों में जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है।