भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने कम से कम 10 जनरल और लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों से उनकी लिस्टिंग स्ट्रेटजी का डीटेल प्लान मांगा है। सूत्रों के मुताबिक, इन कंपनियों को इस महीने के अंत तक अपनी योजना सौंपनी होगी।
सूत्रों के अनुसार, “नियामक ने पिछले महीने चार लाइफ और छह जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के साथ बैठक की थी और उनसे फरवरी के अंत तक अपनी लिस्टिंग स्ट्रेटजी देने को कहा है।”
बैठक में शामिल प्रमुख कंपनियों में HDFC ERGO General Insurance, IFFCO Tokio General Insurance, TATA AIG General Insurance, Bajaj Allianz General Insurance, IndiaFirst Life Insurance और Aditya Birla Sun Life Insurance शामिल थीं।
इस मामले में IRDAI और इन कंपनियों को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला है।
एक अन्य सूत्र ने बताया, “कुछ कंपनियों ने पहले ही अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है, जबकि कुछ जल्द ही ऐसा करने की योजना बना रही हैं। हमने भारतीय बीमा बाजार को लेकर कई सुझाव भी दिए हैं और लंबित बीमा विधेयक (Insurance Bill) को लेकर अपनी उम्मीदें जताई हैं, जिससे इस सेक्टर को ज्यादा स्पष्टता मिलेगी।”
वित्तीय सेवा विभाग (Department of Financial Services) के सचिव M Nagaraju ने Business Standard को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि बीमा संशोधन बिल (Insurance Amendment Bill) संसद के मौजूदा सत्र में पेश किया जा सकता है।
इस बिल में बीमा कंपनियों में विदेशी निवेश (FDI) की सीमा 74% से बढ़ाकर 100% करने का प्रस्ताव है। इसके अलावा, बीमा कंपनियों के लिए कंपोजिट लाइसेंस (Composite Licensing) की सुविधा भी दी जा सकती है।
नागरजू ने यह भी बताया कि यह बिल विदेशी बीमा कंपनियों को भारत में Key Managerial Personnel (KMP) लाने और बिना किसी रोक-टोक के मुनाफे को बाहर भेजने (Repatriate Profit) की अनुमति देगा।
बीमा सेक्टर में पारदर्शिता और व्यावसायिकता (transparency और professionalism) बढ़ाने के लिए भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) बीमा कंपनियों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध (लिस्ट) करने की रणनीति पर काम कर रहा है। एक सूत्र के अनुसार, “IRDAI ने उन बीमा कंपनियों से संपर्क किया है जो 20 साल से ज्यादा समय से भारतीय बाजार में काम कर रही हैं और सूचीबद्ध होने की जरूरी शर्तें पूरी करती हैं। हालांकि, कुछ कंपनियां सभी शर्तें पूरी करने के बावजूद अभी लिस्टिंग प्रक्रिया के लिए तैयार नहीं हैं।”
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भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने के लिए बीमा कंपनियों को कुछ प्रदर्शन से जुड़े मानकों (performance parameters) को पूरा करना होता है। इसके तहत, कंपनी या उसके प्रवर्तकों (promoters) के पास बीमा क्षेत्र में कम से कम तीन साल का अनुभव होना चाहिए और शुद्ध संपत्ति (net worth) सकारात्मक होनी चाहिए। इसके अलावा, कंपनी ने पिछले तीन में से कम से कम दो वित्तीय वर्षों में ₹1 करोड़ का परिचालन लाभ (operating profit) अर्जित किया हो और इस अवधि में उसका मुक्त नकदी प्रवाह (free cash flow to equity – FCFE) भी सकारात्मक रहा हो।
IRDAI ने पिछले साल एक प्रस्ताव रखा था, जिसके तहत बीमा कंपनियों को स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग से पहले Irdai की मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होगी। हालांकि, इसके लिए कुछ शर्तों का पालन करना जरूरी रहेगा।
वित्त वर्ष 2023-24 में कई बीमा कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। HDFC ERGO को ₹437.7 करोड़, TATA AIG को ₹684.9 करोड़, IndiaFirst Life Insurance को ₹112.3 करोड़ और IFFCO Tokio General Insurance को ₹255.1 करोड़ का नेट प्रॉफिट हुआ।