वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (Public Sector Banks – PSBs) को सलाह दी है कि वे अपनी सहायक कंपनियों (Subsidiaries) और संयुक्त उपक्रमों (Joint Ventures) को मजबूत बनाकर शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्टिंग (IPO या विनिवेश) की तैयारी करें, ताकि बैंकों को अच्छा रिटर्न मिल सके।
सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय ने कहा है कि बैंक अपनी सहायक कंपनियों में जहां जरूरत हो, वहां निवेश कर उनके कारोबार का विस्तार करें। इसके बाद उचित समय पर शेयर बाजार में लिस्टिंग के जरिए पूंजी जुटाएं और मूल्य को अनलॉक करें।
लिस्टिंग से पहले बैंकों को अपनी कंपनियों में गवर्नेंस सुधारने, पेशेवर निर्णय लेने और संचालन में पारदर्शिता और दक्षता लाने को कहा गया है।
देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भविष्य में अपनी दो बड़ी कंपनियों —
केनरा बैंक (Canara Bank) ने भी अपनी दो कंपनियों को लिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है:
सरकार चाहती है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अपनी सहायक कंपनियों से ज्यादा लाभ कमाएं, और इसके लिए उन्हें व्यवसाय बढ़ाने, मुनाफा कमाने और फिर लिस्टिंग का रास्ता अपनाना होगा। इससे न केवल बैंकों को पूंजी प्राप्त होगी, बल्कि बाजार में पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
आने वाले वर्षों में कम से कम 15 सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के IPO या विनिवेश की संभावना बन रही है। यदि ये योजनाएं सफल होती हैं, तो इससे बैंकों की पूंजी स्थिति मजबूत होगी और देश के वित्तीय बाजारों को भी मजबूती मिलेगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)