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सरकारी बैंकों की 15 से ज्यादा कंपनियों की हो सकती है IPO या विनिवेश की तैयारी

सरकार की PSBs को सलाह: सब्सिडियरी कंपनियों को मजबूत बनाकर करें शेयर बाजार में लिस्टिंग, मुनाफा कमाने का मिलेगा मौका

Last Updated- June 29, 2025 | 5:52 PM IST
Stock Market
प्रतीकात्मक तस्वीर

वित्त मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (Public Sector Banks – PSBs) को सलाह दी है कि वे अपनी सहायक कंपनियों (Subsidiaries) और संयुक्त उपक्रमों (Joint Ventures) को मजबूत बनाकर शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्टिंग (IPO या विनिवेश) की तैयारी करें, ताकि बैंकों को अच्छा रिटर्न मिल सके।

सूत्रों के अनुसार, मंत्रालय ने कहा है कि बैंक अपनी सहायक कंपनियों में जहां जरूरत हो, वहां निवेश कर उनके कारोबार का विस्तार करें। इसके बाद उचित समय पर शेयर बाजार में लिस्टिंग के जरिए पूंजी जुटाएं और मूल्य को अनलॉक करें।

लिस्टिंग से पहले बैंकों को अपनी कंपनियों में गवर्नेंस सुधारने, पेशेवर निर्णय लेने और संचालन में पारदर्शिता और दक्षता लाने को कहा गया है।

SBI की दो बड़ी कंपनियों की भविष्य में हो सकती है लिस्टिंग

देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भविष्य में अपनी दो बड़ी कंपनियों —

  1. SBI जनरल इंश्योरेंस (SBI General Insurance)
  2. SBI पेमेंट सर्विसेज (SBI Payment Services) — को शेयर बाजार में लिस्ट कर सकता है।

SBI General Insurance:

  • वर्ष 2024-25 में 509 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।
  • मार्च 2025 तक SBI की हिस्सेदारी घटकर 68.99% रह गई, पहले यह 69.11% थी।

SBI Payment Services:

  • 74% हिस्सेदारी SBI की, बाकी Hitachi Payment Services की है।
  • यह कंपनी देश की सबसे बड़ी मर्चेंट अक्वायरिंग कंपनियों में से एक है।
  • 31 मार्च 2024 तक इसके पास 33.10 लाख पेमेंट एक्सेप्टेंस टच पॉइंट थे, जिनमें से 13.67 लाख POS मशीनें थीं।

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केनरा बैंक ने शुरू की लिस्टिंग की प्रक्रिया

केनरा बैंक (Canara Bank) ने भी अपनी दो कंपनियों को लिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है:

  1. Canara Robeco Asset Management Company (AMC)
    • यह केनरा बैंक और Robeco Group का संयुक्त उपक्रम है।
    • लिस्टिंग की प्रक्रिया चल रही है।
  2. Canara HSBC Life Insurance Company
    • इसमें केनरा बैंक की 14.5% हिस्सेदारी को बेचने (stake dilution) की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है।
    • लिस्टिंग की योजना भी बनाई जा रही है।

क्या है सरकार की रणनीति?

सरकार चाहती है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अपनी सहायक कंपनियों से ज्यादा लाभ कमाएं, और इसके लिए उन्हें व्यवसाय बढ़ाने, मुनाफा कमाने और फिर लिस्टिंग का रास्ता अपनाना होगा। इससे न केवल बैंकों को पूंजी प्राप्त होगी, बल्कि बाजार में पारदर्शिता भी बढ़ेगी।

आने वाले वर्षों में कम से कम 15 सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के IPO या विनिवेश की संभावना बन रही है। यदि ये योजनाएं सफल होती हैं, तो इससे बैंकों की पूंजी स्थिति मजबूत होगी और देश के वित्तीय बाजारों को भी मजबूती मिलेगी।

(एजेंसी इनपुट के साथ)

 

First Published - June 29, 2025 | 5:32 PM IST

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