देश का को-वर्किंग परिदृश्य अब पूरी तरह से तैयार कार्यालयों से आगे बढ़कर अत्यधिक रुचिपूर्ण, क्षेत्र-विशिष्ट माहौल की दिशा में बढ़ रहा है, जिसमें डिजाइन, तकनीक, सुरक्षा और ब्रांड निर्माण का संयोजन शामिल होता है। टेबलस्पेस, ऑफिस, इंडिक्यूब, वीवर्क, द एग्जीक्यूटिव सेंटर, आईडब्ल्यूजी आदि जैसे प्रमुख ऑपरेटर वित्त और तकनीक से लेकर परामर्श और स्वास्थ्य सेवा तक सभी उद्योगों में विशेष रूप तैयार किए गए समाधान प्रदान कर रहे हैं और साथ ही लचीलेपन और ब्रांड के अनुरूप कार्य के लिए औसत से ज्यादा पैसा भी वसूल रहे हैं।
ऑफिस की 3,000 से ज्यादा कस्टम परियोजनाओं में से एक प्रमुख परियोजना मुंबई स्थित नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के लिए 1,65,000 वर्ग फुट का कार्यस्थल है। इसका उपभोग करने वालों की मुख्य जरूरतें अधिक सुरक्षा, गोपनीयता और तकनीक थीं। इस परियोजना में आधुनिक एकाउस्टिक इंजीनियरिंग, बायोमेट्रिक ऐक्सेस और सेंसर-आधारित स्मार्ट कंट्रोल सुनिश्चित किए तथा साथ ही परिचालन लागत में लगभग 20 प्रतिशत की कमी भी की गई।
ऑफिस स्पेस सॉल्यूशंस के चेयरपर्सन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अमित रमानी ने कहा, ‘ऑफिस अपने डिजाइन, निर्माण और प्रबंधित कार्यालय समाधानों के जरिये रुचि के आधार पर, क्षेत्र के अनुरूप कार्यस्थल प्रदान करने में अग्रणी रहा है, जिसमें से प्रत्येक को ग्राहक के विशिष्ट परिचालन मॉडल, संस्कृति और ब्रांड पहचान के अनुरूप तैयार किया गया है।’
प्रतिस्पर्धी टेबलस्पेस ने वैश्विक ट्रकिंग कंपनी द्वारा अपने भारतीय परिचालन के वास्ते लिए गए कार्यालय स्थल के एक बड़े हिस्से का पुनर्विकास किया, ताकि कंपनी से संबंधित विभिन्न वाणिज्यिक वाहनों को शामिल और प्रदर्शित किया जा सके। इस तरह के समाधान प्रदान करने के लिए कंपनी की इन-हाउस डिजाइन, परियोजना और तकनीकी टीमें ग्राहकों के साथ मिलकर काम करती हैं ताकि स्पैशल प्लानिंग, एर्गोनॉमिक लेआउट से लेकर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अवसंरचना और स्वास्थ्य सुविधाओं तक हर चीज को रुचिपूर्ण बनाया जा सके।
टेबल स्पेस के अध्यक्ष और सह-मुख्य कार्य अधिकारी कुणाल मेहरा ने कहा, ‘हम मानते हैं कि आज कार्यस्थल भी कंपनी के ब्रांड का विस्तार होते हैं। जो उपभोक्ता अपनी संस्कृति और नेतृत्व की उपस्थिति को दर्शाने वाले विशिष्ट स्थान सृजित करने पर विचार कर रहे हैं, उनके लिए हम वास्तुशिल्प डिजाइन, कला और तकनीक को एक साथ लाकर ऐसे कार्यालय बनाते हैं, जो कार्यात्मक और आकांक्षापूर्ण दोनों हों। ये प्रमुख स्थल न केवल वैश्विक अनुपालन मानकों को पूरा करते हैं, बल्कि संगठन की पहचान और नवाचार के प्रतीक के रूप में भी काम करते हैं।’
रुचिपूर्ण कार्य करना इंडिक्यूब की रणनीति का भी केंद्रबिंदु है। इंडिक्यूब की सह-संस्थापक मेघना अग्रवाल ने कहा, ‘हर कंपनी चाहती है कि उसका कार्यस्थल उसके ब्रांड के सिद्धांतों, संस्कृति और महत्त्व को प्रतिबिंबित करे तथा हमने इसी दर्शन के आधार पर अपने समाधान तैयार किए हैं।’ इसका मॉडल किसी ‘आ ला कार्ते मेनू’ की तरह काम करता है यानी मॉड्यूलर, लचीला और उपयोग के अनुसार भुगतान। जहां ग्राहक लेआउट और ब्रांडिंग से लेकर सर्वर रूम और ऑडियो-विजुअल (एवी) सेटअप तक सब कुछ चुनते हैं।