भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज यूनिवर्सल बैंकों और लघु वित्त बैंकों के लिए आवेदनों के आकलन के लिए बाहरी सलाहकार समिति का गठन किया।
रिजर्व बैंक द्वारा गठित इस समिति में पांच सदस्य हैं। रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर श्यामला गोपीनाथन को इसका चेयरपर्सन बनाया गया है। समिति के अन्य सदस्य रिजर्व बैंक के केंद्रीय बोर्ड के निदेशक रेवती अय्यर, भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के पूर्व कार्यकारी निदेशक बी महापात्र, केनरा बैंक के पूर्व चेयरमैन टीएन मनोहरन और भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक और पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण के पूर्व चेयरमैन हेमंत जी कॉन्ट्रेक्टर हैं। समिति का कार्यकाल तीन वर्ष का होगा। रिजर्व बैंक ने कहा, ‘समिति को सचिवीय सहयोग विनियमन विभाग द्वारा प्रदान किया जाएगा।’
