facebookmetapixel
Defence Stock: हाई से 50% नीचे ट्रेड कर रहा शेयर, ब्रोकरेज ने कहा – खरीदने का सही समय, 60% चढ़ सकता है भावदिवाली पर भारतीयों ने जमकर की खरीदारी, 42% लोगों ने क्रेडिट कार्ड से ₹50,000 से ज्यादा खर्च किएAdani Green Q2 Results: अदाणी ग्रीन का मुनाफा 28% बढ़कर ₹644 करोड़, रेवेन्यू में 20% का इजाफाकोयला मंत्रालय 29 अक्टूबर से शुरू करेगा 14वीं खदान नीलामी, लॉन्च होंगे 2 नए डिजिटल पोर्टलVodafone Idea Stock: अदालती फैसले के बाद मोतीलाल ओसवाल ने स्टॉक किया अपग्रेड, 54% बढ़ाया टारगेटतेजी से बढ़ रहा है भारतीय ऑफिस मार्केट, 2025 के पहले 9 महीनों में किराया, मांग और नई आपूर्ति में इजाफाIIP Data: सितंबर में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन 4% बढ़ा, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तेजीCloud Seeding: दिल्ली में कृत्रिम बारिश के दो ट्रायल सफल, कुछ इलाकों में हो सकती है बारिशAxis MF ने उतारा नया फंड; ₹100 से निवेश शुरू; इस हाइब्रिड FoF में क्या है खास?हैवीवेट Tata Stock पर 3 ब्रोकरेज ने अपग्रेड की रेटिंग, मोतीलाल ओसवाल भी बुलिश; ₹224 तक के टारगेट

भारत को US क्रूड का एक्सपोर्ट 2 साल के हाई पर, रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों का दिखा असर

Kpler के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका ने फरवरी में भारत को रोजाना करीब 3,57,000 बैरल (bpd) क्रूड एक्सपोर्ट किया। यह पिछले साल के 2,21,000 bpd से काफी ज्यादा है।

Last Updated- March 06, 2025 | 2:05 PM IST
Crude Oil
Representational Image

US crude exports to India: भारत को अमेरिका से कच्चे तेल (crude oil) का एक्सपोर्ट फरवरी में 2 साल के हाई पर पहुंच गया। ऐसा इसलिए क्योंकि देश की रिफाइनरियां रूस पर अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते वैकल्पिक सप्लाई तलाश कर रही हैं। शिप ट्रैकिंग फर्म केपलर (Kpler) के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका ने फरवरी में भारत को रोजाना करीब 3,57,000 बैरल (bpd) क्रूड एक्सपोर्ट किया। यह पिछले साल के 2,21,000 बैरल प्रतिदिन (bpd) से काफी ज्यादा है।

अमेरिका ने अक्टूबर 2024 से ईरान और रूस के तेल से जुड़े शिप्स और कंपनियों पर कई दौर के प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे इन देशों से प्रमुख आयातकों को क्रूड की सप्लाई बाधित हो रही है। भारत सरकार के मुताबिक, अमेरिका से भारत की एनर्जी खरीद निकट भविष्य में 15 अरब डॉलर से बढ़कर 25 अरब डॉलर तक पहुंच सकती है।

वॉर्टेक्सा (Vortexa) के सीनियर एनॉलिस्ट रोहित राठौड़ ने कहा कि भारतीय रिफाइनरीज क्रूड सप्लाई खासकर लाइट-स्वीट ग्रेड बैरल, को डायवर्सिफाई करने की कोशिश कर रही हैं। रूसी ​शिप्स पर प्रतिबंधों ने भारतीय खरीदारों को अन्य विकल्पों की ओर देखने के लिए मजबूर किया है।

अमेरिका के कुल एक्सपोर्ट का 80% WTI क्रूड

आंकड़ों के मुताबिक, भारत को अमेरिका के कुल क्रूड एक्सपोर्ट का 80% हिस्सा लाइट-स्वीट वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट-मिडलैंड (WTI-Midland) क्रूड था। इनमें भारत की टॉप खरीदारों में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (BPCL) रहीं। जबकि अमेरिका के टॉप एक्सपोर्टर में ऑक्सिडेंटल पेट्रोलियम (Occidental Petroleum), एक्विनोर (Equinor), एक्सॉन मोबिल (Exxon Mobil), ट्रेडिंग फर्म गनवर (Gunvor) शामिल हैं। बता दें, कम्पनियों ने इस मामले पर फिलहाल किसी तरह की टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

फरवरी में अमेरिका ने दक्षिण कोरिया को रिकॉर्ड 6,56,000 बैरल प्रतिदिन (bpd) क्रूड एक्सपोर्ट किया। वहीं, चीन की ओर से अमेरिकी तेल पर 10% टैरिफ लगाने के चलते एक्सपोर्ट की दिशा बदल गई। अमेरिका से चीन को क्रूड का एक्सपोर्ट घटकर मात्र 76,000 बैरल प्रतिदिन रह गया, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे कम स्तरों में से एक है।

First Published - March 6, 2025 | 2:05 PM IST

संबंधित पोस्ट