facebookmetapixel
Editorial: वोडाफोन आइडिया के एजीआर संकट पर समाधान की उम्मीद, समान नीति की मांग तेजबजट 2026 में राजकोषीय अनुशासन और विकास के बीच संतुलन जरूरीतकनीकी दिग्गजों ने भारतीय यूजर्स से कमाए अरबों डॉलर, इसे देश में ही रोकने की जरूरतबांग्लादेश में विशेष न्यायाधिकरण ने शेख हसीना को दी मौत की सजा, हिंसक दमन का ‘प्रमुख सूत्रधार’ बतायाबिहार: नीतीश के हाथ में ही रहेगी कमान, जदयू-भाजपा गठबंधन में मंत्री पदों का बंटवारा तयआईटी शेयरों पर फंड मैनेजरों की दो राय, गिरावट के बाद अब रिकवरी की बढ़ीं उम्मीदेंBihar Election Analysis: बिहार में दोबारा जीत का ट्रेंड मजबूत, BJP-JDU की सीटों पर वोट प्रतिशत भी बढ़ाअगले 3 से 5 साल में निवेशकों की संख्या हो सकती है दोगुनी, SEBI चेयरमैन ने जताई उम्मीदIPO लंबी अवधि की पूंजी नहीं जुटा रहे, सिर्फ शुरुआती निवेशकों का एग्जिट बन रहे: CEA नागेश्वरनव्यापार घाटे की खाई हुई और चौड़ी: अक्टूबर में निर्यात 11.8% घटा, ट्रेड डेफिसिट बढ़कर 41.68 अरब डॉलर पर

विकास लक्ष्य शहरी सूचकांक में शिमला, कोयंबटूर, चंडीगढ़ ऊपर

Last Updated- December 11, 2022 | 11:19 PM IST

नीति आयोग के पहले सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) शहरी भारत सूचकांक में शिमला, कोयंबटूर और चंडीगढ़ शीर्ष स्थान पर हैं। वहीं धनबाद, मेरठ और ईटानगर का प्रदर्शन फिसड्डी रहा है। नीति आयोग की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
आधिकारिक बयान के अनुसार नीति आयोग ने इंडो-जर्मन डेवलपमेंट कोऑपरेशन के अंतर्गत जीआईजेड और बीएमजेड के साथ मिलकर एसडीजी शहरी सूचकांक और ताजा जानकारी के लिए डैशबोर्ड विकसित किया है।
सूचकांक और डैशबोर्ड जारी करते हुए नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा, शहर तेजी से वृद्धि के इंजन बनते जा रहे हैं। नीति आयोग और जीआईजेड के बीच अनूठी भागीदारी के जरिए तैयार एसडीजी शहरी सूचकांक और डैशबोर्ड हमारे शहरों में एक मजबूत एसडीजी निगरानी प्रणाली स्थापित करने में महत्त्वपूर्ण साबित होंगे। बयान के अनुसार, सूचकांक शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) के स्तर पर आंकड़ों, निगरानी और सूचना प्रणाली के मामले में मजबूती और कमियों को उजागर करता है।  एसडीजी  में शीर्ष 10 शहरी क्षेत्र शिमला, कोयंबटूर, चंडीगढ़, तिरुवनंतपुरम, कोच्चि, पणजी, पुणे, तिरुचिरापल्ली, अहमदाबाद और नागपुर हैं।

First Published - November 23, 2021 | 11:47 PM IST

संबंधित पोस्ट