facebookmetapixel
उत्तर प्रदेश में समय से शुरू हुआ गन्ना पेराई सत्र, किसानों को राहत की उम्मीदछत्तीसगढ़ के किसान और निर्यातकों को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान, फोर्टिफाइड राइस कर्नल का किया पहली बार निर्यातBihar Elections: दूसरे चरण में 43% उम्मीदवार करोड़पति, एक तिहाई पर आपराधिक मामले; जेडीयू और कांग्रेस भाजपा से आगेIndiGo Q2FY26 results: घाटा बढ़कर ₹2,582 करोड़ पर पहुंचा, रेवेन्यू 9.3% बढ़ाNFO Alert: फ्रैंकलिन टेंपलटन ने उतारा नया मल्टी फैक्टर फंड, ₹500 की SIP से निवेश शुरू; किसे लगाना चाहिए पैसाQ2 Results: अदाणी एंटरप्राइजेज का मुनाफा 83.7% बढ़कर ₹3198 करोड़, लेकिन रेवेन्यू 6% घटाMutual Fund में बड़े बदलाव की तैयारी! निवेशकों का बढ़ेगा रिटर्न, फंड मैनेजर्स के लिए राह होगी कठिनकमाई नहीं, टैक्स बचाना है मकसद! नितिन कामत ने बताया भारत के IPO बूम का असली राजदुबई और सिंगापुर को टक्कर देने को तैयार भारत की GIFT City!Aadhaar-PAN Linking: अभी तक नहीं किया लिंक? 1 जनवरी से आपका PAN कार्ड होगा बेकार!

निवेश में मदद के लिए अनुपालन का बोझ घटाएं, नीति निर्माता हों एजेंडे से ऊपर: केवी कामत

Last Updated- May 26, 2023 | 9:53 PM IST
Overleverage in retail loans is a concern, warns JFSL chairman Kamath

निवेश को गति देने के लिए याचिका के मसले का समाधान करने की जरूरत है। नैशनल बैंक फॉर फाइनैंसिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर ऐंड डेवलपमेंट (NABFID) के चेयरमैन केवी कामत ने शुक्रवार को कहा कि यह नीति निर्माताओं को एजेंडे में ऊपर होना चाहिए।

नियामको को भी यह संज्ञान में लेना होगा। नियमन सख्त है, लेकिन क्या इससे याचिकाएं बढ़ेंगी? याचिका और उलझे कर कानूनों के सवाल पर फिक्की (FICCI) के CFO सम्मेलन में कामथ ने कहा कि मैं इसके बारे में कुछ नहीं कह सकता। अनुपालन बोझ बहुत ज्यादा है। संभवतः अनुपालन बोझ कम किए जाने की जरूरत है। कामत ने कहा कि यह मसला सरकार के संज्ञान में है। अनुपालन बोझ सरल करने से भारत विदेशी पूंजी के लिए तरजीही देश बनेगा और इससे न्यायापालिका का भी बोझ कम होगा।

Also read: Recession in 2023: दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी पर मंडरा रहा है मंदी का खतरा

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में सुस्ती का हवाला देते हुए कामत ने कहा कि इसकी वजह पूरे विश्व में घट रही घटनाएं हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि लोग निवेश करने की स्थिति में नहीं हैं और वे अपने खुद के भविष्य का आकलन करने में लगे हैं।

First Published - May 26, 2023 | 9:53 PM IST

संबंधित पोस्ट