India GDP Growth FY25: भारत सरकार के सरकारी आंकड़ों में वित्त वर्ष 25 की अप्रैल-जून तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ को कम बताए जाने के बाद नोमुरा (Nomura) ने भी FY25 के लिए अपने GDP ग्रोथ के अनुमान को कम कर दिया है। Nomura ने आज वित्त वर्ष 25 के लिए भारत की GDP ग्रोथ रेट के अनुमान को 6.9% से घटाकर 6.7% कर दिया है।
नोमुरा के एनालिस्ट्स ने 30 अगस्त की एक नोट में कहा कि कुल मिलाकर, दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़े उम्मीद से कमजोर हैं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ग्रोथ में आई कमजोरी का दबाव चुनाव है या धीमी प्रॉफिट ग्रोथ।
नोमुरा ने कहा कि भले ही सरकारी खर्च फिर से बढ़ रहा है लेकिन, कॉरपोरेट प्रॉफिट ग्रोथ में कमी और क्रेडिट ग्रोथ में नरमी जारी रहने की संभावना है। ऐसा इसलिए क्योंकि ग्रोथ में गिरावट आ रही है।
बता दें कि 30 अगस्त को NSO ने अपने वृद्धि अनुमान जारी करते हुए बताया था कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर नरम होकर 5 तिमाही में सबसे कम 6.7 फीसदी रही। नरमी के पीछे की मुख्य वजह शुद्ध अप्रत्यक्ष कर (net indirect taxes) प्राप्तियों में अपेक्षाकृत कम वृद्धि मानी जा रही है। क्योंकि इससे कुल सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर पर असर पड़ा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में GDP ग्रोथ रेट 7.1% रहने का अनुमान लगाया था जबकि रॉयटर्स के सर्वेक्षण में भी इसके 6.9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था। रॉयटर्स सर्वेक्षण में आम चुनावों के कारण हुए खर्च की वजह से GDP ग्रोथ रेट के अनुमान को कम किया गया था।
30 अगस्त को जब NSO की तरफ से GDP ग्रोथ रेट का अनुमान आया तो उसके एक दिन बाद यानी 31 अगस्त को RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भुवनेश्वर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
उस दौरान गवर्नर दास ने कहा था कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता (MCC) लागू होने की वजह से सरकारी खर्च में कमी आई और अप्रैल-जून तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर घटकर 15 महीने के निचले स्तर 6.7 प्रतिशत पर आ गई।