facebookmetapixel
खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कदGST 2.0 से पहले स्टॉक खत्म करने में जुटे डीलर, छूट की बारिशEditorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौती

India’s Export, Import: टॉप 10 देशों को निर्यात तेजी से बढ़ा, आयात के मामले में चीन, रूस सबसे ऊपर

आयात के मामले में भारत के शीर्ष 10 देशों में सिंगापुर, सऊदी अरब और स्विट्जरलैंड को छोड़कर अन्य से आयात में वृद्धि हुई।

Last Updated- July 19, 2024 | 11:11 PM IST
निजी बंदरगाहों पर ढुलाई तेजी से बढ़ी, सरकारी बंदरगाहों की वृद्धि दर कम , Private, state ports' growth outpaces central counterparts till Q3 FY24

भारत के शीर्ष 10 प्रमुख निर्यात गंतव्यों में अप्रैल-जून की तिमाही में निर्यात 16.5 प्रतिशत की अच्छी दर से बढ़ा है, जबकि इस दौरान भारत का कुल वस्तु निर्यात 5.8 प्रतिशत की दर से बढ़ा था। यह जानकारी वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों में दी गई है।

इस दौरान भारत के लिए शीर्ष 10 निर्यात केंद्रों में केवल चीन को निर्यात में 2.8 प्रतिशत की गिरावट आई। लेकिन इनमें से शेष 9 देशों में अमेरिका (10.4 प्रतिशत), संयुक्त अरब अमीरात (17.6 प्रतिशत), नीदरलैंड (41.3 प्रतिशत), यूनाइटेड किंगडम (21.9 प्रतिशत), सिंगापुर (26.55 प्रतिशत), सऊदी अरब (4.9 प्रतिशत), बांग्लादेश (10.5 प्रतिशत), जर्मनी (3.4 प्रतिशत) और मलेशिया (81.8 प्रतिशत) में अच्छी धनात्मक वृद्धि दर्ज की गई।

इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इन शीर्ष 10 देशों की भारत के कुल वस्तु निर्यात में हिस्सेदारी 52 प्रतिशत थी। भारत के लिए निर्यात का सबसे बड़ा केंद्र अमेरिका बना हुआ है। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और नीदरलैंड हैं।

वित्त वर्ष 2023-24 में तीन प्रतिशत की गिरावट के बाद भारत के निर्यात में मौजूदा वर्ष में लगातार तीन महीनों में धनात्मक वृद्धि नजर आई। हालांकि यह वृद्धि एकसमान नहीं थी। इस वित्त वर्ष की शुरुआत यानी अप्रैल में 2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई जबकि मई में निर्यात में 13 प्रतिशत का जबरदस्त इजाफा हुआ। हालांकि इसमें जून के दौरान महज 2.5 प्रतिशत की वृदि्ध हुई। इसका कारण यह था कि मांग सुस्त होने और लॉजिस्टिक्स संबंधी चिंताओँ के कारण निर्यातकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।

आयात

आयात के मामले में भारत के शीर्ष 10 देशों में सिंगापुर, सऊदी अरब और स्विट्जरलैंड को छोड़कर अन्य से आयात में वृद्धि हुई। इन 10 देशों की भारत के कुल वस्तु आयात में हिस्सेदारी 62 प्रतिशत से अधिक थी। इन 10 देशों से आयात 12 प्रतिशत बढ़ा जबकि कुल आयात में 7.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ। विदेशों से इलेक्ट्रॉनिक सामान, पेट्रोलियम उत्पाद, अलौह धातुएं और मशीनरी अधिक मंगाए जाने के कारण आयात में इजाफा हुआ।

अमेरिका (5.4 प्रतिशत), यूएई (35.7 प्रतिशत), इराक (27.6 प्रतिशत), इंडोनेशिया (17.9 प्रतिशत), दक्षिण कोरिया (7.2 प्रतिशत), रूस (19.7 प्रतिशत) और चीन (8.3 प्रतिशत) से आयात में इजाफा हुआ। जून तिमाही में रूस से आयात करीब 20 फीसदी बढ़कर 18.36 अरब डॉलर हो गया।

भारत सबसे ज्यादा आयात चीन से करता है और उसके बाद रूस है। स्विट्जरलैंड से प्रमुख तौर पर सोने का आयात होता है और वहां से आयात 10.5 प्रतिशत गिरकर 4.56 अरब डॉलर हो गया।

First Published - July 19, 2024 | 10:17 PM IST

संबंधित पोस्ट