facebookmetapixel
पांच साल में 479% का रिटर्न देने वाली नवरत्न कंपनी ने 10.50% डिविडेंड देने का किया ऐलान, रिकॉर्ड डेट फिक्सStock Split: 1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! इस स्मॉलकैप कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट जल्दसीतारमण ने सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों को लिखा पत्र, कहा: GST 2.0 से ग्राहकों और व्यापारियों को मिलेगा बड़ा फायदाAdani Group की यह कंपनी करने जा रही है स्टॉक स्प्लिट, अब पांच हिस्सों में बंट जाएगा शेयर; चेक करें डिटेलCorporate Actions Next Week: मार्केट में निवेशकों के लिए बोनस, डिविडेंड और स्प्लिट से मुनाफे का सुनहरा मौकाEV और बैटरी सेक्टर में बड़ा दांव, Hinduja ग्रुप लगाएगा ₹7,500 करोड़; मिलेगी 1,000 नौकरियांGST 2.0 लागू होने से पहले Mahindra, Renault व TATA ने गाड़ियों के दाम घटाए, जानें SUV और कारें कितनी सस्ती हुईसिर्फ CIBIL स्कोर नहीं, इन वजहों से भी रिजेक्ट हो सकता है आपका लोनBonus Share: अगले हफ्ते मार्केट में बोनस शेयरों की बारिश, कई बड़ी कंपनियां निवेशकों को बांटेंगी शेयरटैक्सपेयर्स ध्यान दें! ITR फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक, इन बातों का रखें ध्यान

लैटिन अमेरिका में भारत की बड़ी कूटनीतिक चाल: पेरू के साथ व्यापार समझौते की तैयारी तेज

भारत और पेरू के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत के अगले दौर से पहले भारत ने अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट करते हुए विमर्श पत्र साझा किया, जुलाई में अगला चरण पेरू में होगा।

Last Updated- June 17, 2025 | 10:05 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

पेरू के साथ बातचीत के अगले दौर से पहले भारत ने उसे एक विमर्श पत्र सौंपा है, जिसमें भारत सरकार की मुख्य मांगें बताने वाला अनौपचारिक प्रस्ताव है। मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि इस विमर्श पत्र में उन क्षेत्रों का जिक्र भी किया गया है, जिन्हें भारत महफूज रखना चाहता है। बातचीत का आठवां दौर जुलाई के अंत में पेरू में होगा।

मामले की जानकारी रखने वाले व्यक्ति ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘विमर्श पत्र इसलिए साझा किया गया है ताकि दोनों देशों को स्पष्ट रूप से पता चल जाए कि वे चाहते क्या हैं। इससे सुनिश्चित होगा कि बातचीत बिना वजह लंबी न खिंचे।’ इसके बाद जल्द ही व्यापार करार के लिए वस्तुओं एवं सेवाओं की सूची भी साझा की जाएगी।

भारत और पेरू के बीच व्यापार करार के लिए साल 2017 से बातचीत चल रही है और इसका पांचवां दौर अगस्त 2019 में संपन्न हुआ था। इसके बाद कोविड-19 महामारी के कारण बातचीत रुक गई थी, जो पिछले साल फरवरी में दोबारा शुरू हुई। लैटिन अमेरिका एवं कैरिबियन क्षेत्र में ब्राजील और चिली के बाद पेरू भारत का चौथा सबसे बड़ा निर्यात ठिकाना है। पेरू के साथ व्यापार करार पर जोर तब दिया जा रहा है, जब भारत निर्यात के अपने ठिकानों में विविधता लाने की कोशिश में है। यह लैटिन अमेरिकी देशों के साथ रणनीतिक और आर्थिक संबंध मजबूत करने की सरकार की रणनीति का भी हिस्सा है।

इससे पहले भारत ने चिली और मर्कोसर देशों (अर्जेंटीना, ब्राजील, उरुग्वे, पराग्वे और कोलंबिया) के साथ एक सीमित व्यापार करार किया था। चिली के साथ व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) के लिए भारत ने पिछले महीने नई दिल्ली में पहले दौर की बातचीत की थी।

भारत और पेरू के बीच वित्त वर्ष 2024 में 5.9 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था। पेरू को भारत से निर्यात होने वाली प्रमुख वस्तुओं में कार, सूती धागा और फार्मास्युटिकल्स शामिल हैं, जबकि वहां से भारत को मुख्य तौर पर सोना, तांबे के अयस्क और कंसंट्रेट का निर्यात किया जाता है। भारत ने 2024-25 में 1 अरब डॉलर की वस्तुओं का निर्यात किया था और 4.9 अरब डॉलर की वस्तुओं का आयात किया था।

दोनों देश अपने मौजूदा संबंधों को और मजबूत करते हुए दुर्लभ खनिजों और खनन जैसे नए क्षेत्रों में विस्तार करना चाहते हैं क्योंकि लैटिन अमेरिका को तांबा, सोना एवं चांदी का प्रमुख उत्पादक माना जाता है। भारतीय उद्योग परिसंघ  की अप्रैल में कहा गया था कि नवंबर 2023 में पेरू में बड़ा लीथियम भंडार मिला था, जिससे यह देश वैश्विक लीथियम बाजार में प्रमुख खिलाड़ी बन गया है।

First Published - June 17, 2025 | 10:01 PM IST

संबंधित पोस्ट