Direct Tax Collection: चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह पूरे वर्ष के बजट अनुमान 18.23 लाख करोड़ रुपये को पार कर सकता है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने यह जानकारी दी।
चालू वित्त वर्ष में 9 अक्टूबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (रिफंड समायोजित करने के बाद) 21.8 प्रतिशत बढ़कर 9.57 लाख करोड़ रुपये हो गया। उक्त अवधि के दौरान करदाताओं को 1.5 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए हैं।
कंपनी कर संग्रह सुस्त रहने के बावजूद आंकड़ों पर कोई असर नहीं हुआ है। सीबीडीटी अध्यक्ष ने कहा कि रियायती कंपनी कर प्रणाली प्रभाव में आने के बाद कंपनी कर संग्रह कम रहा है। गुप्ता ने कहा कि आगे भी इसमें औसत रफ्तार से इजाफा होता रहेगा। यह नई प्रणाली वित्त वर्ष 2020 में शुरू हुई थी।
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उन्होंने कहा कि अगर शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह इसी रफ्तार से बढ़ता रहा तो यह पूरे वित्त वर्ष के लिए तय लक्ष्य को भी पार कर जाएगा। गुप्ता ने विशेषकर कंपनी कर में वृद्धि पर कहा कि जब कंपनियों की कर दरें 30 प्रतिशत के बजाय घट कर 22 प्रतिशत और 15 प्रतिशत रह जाएगा यह औसत रफ्तार से ही बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि कंपनियों के मुनाफे का 60 प्रतिशत हिस्सा पिछ्ले साल नई रियायती कर प्रणाली की जद में आ गया था।
पूरे साल का लक्ष्य : 18.23 लाख करोड़
कुल संग्रह (17.95 फीसदी) बढ़कर 11.07 लाख करोड़
शुद्ध संग्रह (21.82 फीसदी) बढ़कर 9.57 लाख करोड़
रिफंड जारी: 1.5 लाख करोड़
नोट: आंकड़े 1 अप्रैल से 9 अक्टूबर के बीच के हैं।
स्रोत: सीबीडीटी
ऑनलाइन गेमिंग: 600 करोड़ (वित्त वर्ष 2024 की पहली छमाही में)
वर्चुअल डिजिटल ऐसेट: 105 करोड़ (वित्त वर्ष 2023 में)