देश में निजी इक्विटी निवेश (PE) जुलाई-सितंबर, 2023 की अवधि में एक साल पहले की तुलना में 65.4 प्रतिशत गिरकर 1.81 अरब डॉलर रह गया। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। एक साल पहले की समान अवधि में पीई निवेश 5.23 अरब डॉलर रहा था।
लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप (LSG) की इकाई रिफिनिटिव ने एकत्रित आंकड़ों के आधार पर जारी रिपोर्ट में कहा कि वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में PE निवेश सौदों की संख्या 50.1 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 232 पर आ गई। पिछले साल की जुलाई-सितंबर अवधि में 465 सौदे हुए थे। इसके पहले अप्रैल-जून तिमाही में PE निवेश के 353 सौदे हुए थे। इस तरह तिमाही आधार पर निवेश सौदों में 34.2 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं मूल्य के आधार पर PE निवेश 2.79 अरब डॉलर से इस तिमाही में 35.2 प्रतिशत गिर गया।
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साल के पहले नौ महीनों में इंटरनेट-केंद्रित और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर कंपनियों ने क्रमशः 2.80 अरब डॉलर और 1.48 अरब डॉलर के साथ सबसे ज्यादा PE निवेश आकर्षित किया। हालांकि, यह एक साल पहले की समान अवधि से 63.2 प्रतिशत कम है। वर्ष 2022 के पहले नौ महीने में PE सौदों की संख्या 414 थी जो इस साल की समान अवधि में घटकर 283 रह गई।
साल के पहले नौ महीनों में कंप्यूटर सॉफ्टवेयर में PE निवेश 74.9 प्रतिशत घटा है जबकि वित्तीय सेवाओं में 79.9 प्रतिशत और उपभोक्ता-संबंधित कंपनियों में 72.1 प्रतिशत गिरा है। हालांकि, औद्योगिक एवं ऊर्जा की पूर्ति करने वाले उद्योगों में PE निवेश 30.8 प्रतिशत बढ़ा है जबकि सेमीकंडक्टर एवं इलेक्ट्रिकल में 64.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। देश में धन जुटाने की गतिविधियां एक साल पहले की अवधि की तुलना में 31 प्रतिशत घटकर छह अरब डॉलर रह गईं।