वित्त मंत्रालय ने जनवरी 2024 के लिए मंगलवार को जारी मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा है कि निजी पूंजीगत व्यय चक्र में सुधार, सकारात्मक कारोबारी माहौल, कॉरपोरेट और बैंकों की सुदृढ़ बैलेंस शीट के साथ-साथ सरकार द्वारा पूंजीगत खर्च में लगातार बढ़ोतरी से संकेत मिलते हैं कि भारत में पूंजीगत व्यय की संभावनाएं बहुत बेहतर हैं।
सरकार को उम्मीद है कि खाद्य कीमतों पर नियंत्रण के लिए किए गए उपायों के चलते महंगाई भी कम होगी। समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकारी व्यय में प्राथमिकताएं तय की जा रही हैं, जैसा कि राजस्व व्यय अनुपात के पूंजीगत व्यय में सुधार से दिख रहा है।
वित्त मंत्रालय ने कहा, ‘पूंजीगत व्यय बढ़ने के बावजूद लोगों को अनिश्चितता से बचाने के लिए आवश्यक व्यय से कोई समझौता नहीं किया जा रहा है। गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के लिए घोषित योजनाओं से समावेशी दृष्टिकोण स्पष्ट झलकता है।’
पूंजीगत व्यय आवंटन वित्त वर्ष 2021 के 4.1 लाख करोड़ से बढ़ कर वित्त वर्ष 2025 के लिए 11.1 लाख करोड़ हो गया है।