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महिलाओं को पसंद आ रहा है रियल एस्टेट में निवेश 

Last Updated- March 06, 2023 | 4:22 PM IST
Real estate investment trust

महिलाएं अब निवेश के लिए सोने की बजाय मकान खरीदने को ज्यादा पसंद करने लगी हैं। दो तिहाई महिलाएं निवेश के लिहाज से घर खरीदना पसंद कर रही हैं। करीब 27 फीसदी महिलाओं की दिलचस्पी महंगे घर खरीदने में है और 20 फीसदी महिलाएं तो 1.5 करोड रुपये से ज्यादा कीमत के घर खरीदना पसंद कर रही हैं।

83 फीसदी महिलाओं की 45 लाख रुपये से अधिक कीमत के मकानों में दिलचस्पी

प्रॉपर्टी कंसल्टेंट फर्म एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड के सर्वेक्षण के मुताबिक मकानों की बिक्री अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। घर खरीदने वालों में महिलाएं एक प्रमुख वर्ग है।

ANAROCK के हालिया Consumer Sentiment Survey में देखा गया कि 83 फीसदी महिलाओं ने 45 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले मकानों को देखा। 45 से 90 लाख रुपये बजट वाले मकानों को 36 फीसदी महिलाओं ने, जबकि 27 फीसदी महिलाओं ने 90 लाख से 1.5 करोड़ रुपये कीमत वाले प्रीमियम मकानों को पसंद किया।

डेढ करोड रुपये से अधिक कीमत वाले लग्जरी मकानों को पसंद करने वाली महिलाओं की हिस्सेदारी 20 फीसदी रही। महिलाओं द्वारा 45 लाख रुपये से कम कीमत वाले किफायती मकानों को सबसे कम पसंद किया जा रहा है।

65 फीसदी महिलाओं की रियल एस्टेट में निवेश में रूचि, सोने की चमक फीकी

सर्वेक्षण में यह भी पाया गया है कि महिलाओं में निवेश के तौर पर सोने ने अपनी चमक खो दी है क्योंकि महिलाओं की रूचि अब रियल एस्टेट में निवेश पर बढ़ रही है। सर्वेक्षण के मुताबिक कम से कम 65 फीसदी महिलाएं अब रियल एस्टेट में निवेश करना पसंद करती हैं।

इसके बाद 20 फीसदी शेयर बाजारों के पक्ष में हैं। केवल 8 फीसदी महिलाएं सोने में निवेश को पसंद करती हैं। एफडी में 7 फीसदी ही महिलाएं निवेश करना पसंद करती है।

एनारॉक समूह के वाइस चेयरमैन संतोष कुमार कहते हैं कि पिछले एक दशक में महिलाएं आवासीय रियल एस्टेट में विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में एक प्रमुख खरीदार के रूप में उभरी हैं। उनकी प्राथमिकताएं बड़े मकान, रेडी टू मूव और विशेष बजट में संपत्ति आदि हैं। अधिक महिलाएं अब निवेश के लिए संपत्ति भी खरीद रही हैं। एनारॉक के इस सर्वे में 5,500 लोग शामिल थे और इनमें 50 फीसदी महिलाएं थी। 80 फीसदी से ज्यादा ने इस समय मकान खरीदने को अच्छा समय बताया।

महिलाओं को मकान खरीदने पर मिलते हैं कई लाभ

विभिन्न सरकारी नीतियां भारत में महिलाओं के घर के स्वामित्व को समर्थन और बढ़ावा देती हैं। उदाहरण के लिए वर्ष 2015 में शुरू की गई सरकार की प्रमुख योजना प्रधान मंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत घरों का लाभ उठाने के लिए घरों को अनिवार्य रूप से या तो एक महिला के नाम पर या सह-मालिक के रूप में एक महिला के साथ पंजीकृत होना चाहिए।
यह निम्न-आय वर्ग की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए किया गया था। कई राज्यों में महिला के नाम से संपत्ति पंजीकृत होने पर स्टांप ड्यूटी शुल्क कम लगता है। कई बैंक भी महिलाओं को होम लोन पर ब्याज दरों में छूट देते हैं।

First Published - March 6, 2023 | 4:12 PM IST

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