आईटी दिग्गज विप्रो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आईटी सेवा प्रदाता ने एआई-फर्स्ट कंपनी बनने के लिए अपने लगभग सभी कर्मचारियों को आर्टीफिशल इंटेलीजेंस (एआई) और जेनरेटिव एआई (जेनएआई) के बारे में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है।
अपनी इस योजना के तहत विप्रो ने पिछले साल अगले तीन वर्षों तक एआई क्षमताएं सुधारने के लिए 1 अरब डॉलर निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई और ‘एआई-फर्स्ट इनोवेशन इकोसिस्टम’ एआई360 पेश किया किया था। कंपनी ने एआई को अपने हरेक प्लेटफॉर्म, टूल और आंतरिक तौर पर इस्तेमाल होने वाले और ग्राहकों को दिए जाने वाले सॉल्युशन में शामिल करने का लक्ष्य रखा है।
विप्रो की मुख्य तकनीकी अधिकारी शुभा तातवर्ती ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘कुछ स्तर पर विप्रो के सभी कर्मी एआई या जेनएआई के साथ काम कर रहे हैं। जब हमने पिछले साल गर्मियों में विप्रो एआई360 की घोषणा की थी तो इसके तहत एआई-फर्स्ट कल्चर तैयार किया जाना था और इसका मतलब यह है कि हम सभी को एआई अपनाने की जरूरत है।’
तातवर्ती ने कहा कि अब तक विप्रो के 2,20,000 से अधिक कर्मचारियों ने एआई के बुनियादी सिद्धांतों और एआई के जिम्मेदार उपयोग पर प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। विप्रो के कुल कर्मियों की संख्या 31 दिसंबर तक 2,40,234 थी, जिसे देखते हुए यह काफी महत्वपूर्ण है।
तातवर्ती ने कहा, ‘हमारे तंत्र में 55,000 से ज्यादा एआई प्रैक्टिशनर हैं जो एआई विशेषज्ञ, इंजीनियर, कंसल्टेंट और डेटा साइंटिस्ट हैं और सभी उद्योगों, प्रौद्योगिकियों में एआई तथा जेएनआई इस्तेमाल के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ विप्रो ने एआई, मशीन लर्निंग और जेनएआई सीखने के मकसद से कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किया है। इसमें विभिन्न दक्षता स्तर के कोर्स शामिल हैं।
तातवर्ती ने कहा, ‘ये पाठ्यक्रम सहायकों को एआई इस्तेमाल के लिए जरूरी कौशल विकास में मदद करने के लिए तैयार किए गए हैं। साथ ही इनसे संबंधित क्षेत्रों में विभिन्न लर्निंग विकल्पों के साथ मौजूदा उन्नयन को रफ्तार मिलेगी। इन पाठ्यक्रमों से सुनिश्चित होगा कि सभी कर्मचारियों को उनकी जरूरतों के हिसाब से उचित एआई शिक्षा और टूल्स मिलें।’
उनहोंने कहा कि विप्रो ने अपने टेलेंट क्लाउड प्लेटफॉर्म टॉपकोडर पर 17 लाख इंजीनियरों और डेवलपरों तक पहुंच बनाई है। टॉपकोडर कंपनी के स्किलिंग एवं अप-स्किलिंग प्रयासों में अहम योगदान देता है। उन्होंने कहा, ‘हम अपनी उद्यम इकाई के माध्यम से स्टार्टअप्स के साथ अधिग्रहण, निवेश और नए कार्यक्रमों के माध्यम से अपना प्रतिभा पूल बढ़ाएंगे, जिसने हमारे एआई पोर्टफोलियो में महत्वपूर्ण ताकत प्रदान की है। एआई एक ऐसे मोड़ पर है जहां उद्यमी विभिन्न प्रूफ ऑफ कंसेप्ट (पीओसी) आजमा रहे हैं।’