शिक्षा-तकनीक (एडटेक) क्षेत्र की कंपनी अनअकैडमी (Unacademy) एक बार फिर छंटनी करेगी। पिछले एक साल में चौथी बार कंपनी ने नौकरियां कम करने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा है कि मौजूदा हालात में अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए वह 380 कर्मचारी (कुल कर्मचारियों की संख्या का 12 प्रतिशत) निकाल रही है। इसके बाद Unacademy में कर्मचारियों की संख्या कम होकर 3,000 से भी कम रह जाएगी। 2022 के शुरू में कंपनी में 6,000 कर्मचारी काम कर रहे थे।
Unacademy समूह के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) गौरव मुंजाल ने कर्मचारियों को भेजे पत्र में कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि आप लोगों को इस तरह का संदेश भेजना पड़ेगा। मगर हालात ऐसे ही हो गए हैं। हमने अपने मुख्य कारोबार को मुनाफे में रखने के लिए हरसंभव उपाय किए हैं मगर प्रयास नाकाफी रहे हैं। हमें न चाहते हुए भी कुछ और कदम उठाने पड़ेंगे।’ बिजनेस स्टैंडर्ड ने भी यह पत्र देखा है।
उन्होंने कहा,’दुर्भाग्य से मुझे कठोर निर्णय लेना पड़ा है। हम अपनी टीम 12 फीसदी छोटी कर देंगे। वर्तमान परिस्थितियों में कंपनी के सामने खड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए हमें यह कदम उठाना होगा। मुझे कभी नहीं लगा कि इस तरह के कदम उठाने की कभी नौबत आएगी। मैं बहुत दुखी हूं।’
मुंजाल ने कहा कि मौजूदा हालात दो साल पहले के मुकाबले काफी अलग हैं। उन्होंने कहा कि दो साल पहले ऑनलाइन पढ़ाई-लिखाई जोर पकड़ रही थी, जिससे कंपनी का कारोबार अपेक्षा से कहीं अधिक तेज गति से आगे बढ़ रहा था।
मुंजाल ने कहा कि इस समय वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है और पूंजी भी नहीं मिल रही है। इसीलिए कारोबार मुनाफे में रखना वक्त का तकाजा है। उन्होंने कहा, ‘हमें ये बदलाव अपनाने होंगे और सूझबूझ के साथ आगे बढ़ना होगा। इस तरह की रणनीति अपनाकर ही हम अपने यूजर्स और अंशधारकों के लिए लाभकारी साबित हो पाएंगे।’
मुंजाल ने कहा कि परिस्थिति में बदलावों की वह पूरी जिम्मेदारी लेते हैं। जिन कर्मचारियों की छंटनी होगी उन्हें नोटिस पीरियड के बराबर वेतन के साथ एक महीने का अतिरिक्त वेतन भी दिया जाएगा। Unacademy उन्हें अगले छह महीनों यानी 30 सितंबर तक के लिए स्वास्थ्य बीमा सुविधा देगी। साथ ही इन कर्मचारियों को नई नौकरियां पाने में भी मदद की जाएगी।
बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म टॉफलर के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में Unacademy को 2,693 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। उससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में कंपनी का नुकसान 83 प्रतिशत तक बढ़ गया था। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी का कुल व्यय 3,411 करोड़ रुपये रहा था। नवंबर 2022 में कंपनी ने 350 कर्मचारी निकाले थे।