भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपने ह्यूमन रिसोर्स (HR) मैनेजमेंट को नई दिशा देने की तैयारी में है। देश का सबसे बड़ा बैंक अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से भर्ती प्रक्रिया को आधुनिक बनाने की सोच रहा है। इसमें उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग से लेकर उन्हें नौकरी पर रखने और ऑनबोर्डिंग तक AI का इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही, बैंक एक ऐसा फ्रेमवर्क बनाना चाहता है, जिससे कर्मचारियों को पूरे करियर के दौरान स्किल अपग्रेड करने और जुड़ाव बनाए रखने का अवसर मिले।
डिजिटल बैंकिंग के तेजी से बढ़ते प्रभाव और नई पीढ़ी की सोच में बदलाव को देखते हुए SBI अपने HR प्रैक्टिस को ‘फ्यूचर रेडी’ बनाना चाहता है। बैंक का मानना है कि अगर कर्मचारी ज्यादा जुड़ाव महसूस करेंगे, उनके पास अपडेटेड स्किल्स होंगी और करियर में स्पष्ट लक्ष्य होगा, तो इससे ग्राहकों के साथ भी मजबूत रिश्ता बनेगा।
इसी दिशा में बैंक ने पांच और दस साल की HR रणनीति बनाने के लिए एक मैनेजमेंट कंसल्टेंट रखने का फैसला किया है। यह कंसल्टेंट बैंक की HR नीतियों को उसके बिजनेस टारगेट्स के साथ जोड़ने और इंडस्ट्री की बेस्ट प्रैक्टिस के अनुसार सुधार करने की सलाह देगा। करीब 18 महीने में इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य है।
SBI के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, पिछले 10 सालों में बैंक में आने वाले युवाओं की सोच बदल गई है। अब वे लंबे समय के बजाय अवसरों के आधार पर करियर चुनते हैं। ऐसे में उनके लिए करियर डेवलपमेंट प्लान बनाना जरूरी हो गया है। बैंक अब विभिन्न क्षेत्रों जैसे रिस्क मैनेजमेंट, डिजिटल और साइबर सिक्योरिटी में अनुभवी प्रोफेशनल्स की भर्ती कर रहा है, जो मिड और सीनियर पोजीशन पर आते हैं। इन्हें बैंक के सिस्टम और संस्कृति में ढालने के लिए भी विशेष प्रयास करने होंगे।
बैंक ने माना है कि कर्मचारियों की अपेक्षाएं अब ज्यादा समावेशी, लचीले और उद्देश्य-प्रधान कार्यस्थल की हैं। इस वजह से SBI अपनी HR रणनीति में बदलाव कर रहा है, ताकि ‘एम्प्लॉई लाइफ साइकिल मैनेजमेंट’ (ELCM) को मजबूत किया जा सके। इसमें भर्ती से लेकर रिटायरमेंट के बाद तक हर चरण में कर्मचारियों को जोड़कर रखने पर ध्यान होगा।
SBI के पास फिलहाल करीब 2.36 लाख कर्मचारी और लगभग 3 लाख पेंशनभोगी हैं। ऐसे में ELCM का सुचारू संचालन बैंक के लिए बेहद अहम है। बैंक की योजना भर्ती प्रक्रिया को डिजिटल और AI आधारित बनाने की है। इसके तहत कंसल्टेंट मौजूदा सिस्टम की जांच करेगा, AI-आधारित टैलेंट एक्विज़िशन मॉडल सुझाएगा और अन्य बैंकों की प्रैक्टिस से तुलना करके सुधार के तरीके बताएगा।
इसके अलावा, स्किल गैप और क्षमता की पहचान, मौजूदा टैलेंट मैनेजमेंट स्ट्रैटेजी की समीक्षा और तकनीक की तैयारी का आकलन भी इस योजना में शामिल है।