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Q2 Results Analysis: आय और मुनाफे में सुधार के संकेत, रिलायंस, एचडीएफसी बैंक और जेएसडब्ल्यू स्टील बने ग्रोथ ड्राइवर

बिज़नेस स्टैंडर्ड के नमूने में शामिल 240 कंपनियों का कुल शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में 9.5 फीसदी बढ़कर लगभग 1.36 लाख करोड़ रुपये रहा

Last Updated- October 19, 2025 | 9:23 PM IST
Q2 results

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में गिरावट के बाद दूसरी तिमाही में कंपनियों की आय और मुनाफा वृद्धि में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। यह वृद्धि रिलायंस इंडस्ट्रीज, जेएसडब्ल्यू स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचडीएफसी बैंक जैसी कंपनियों की अगुआई में हुई है। फूड डिलिवरी और ​क्विक कॉमर्स कंपनी इटर्नल की आय बढ़ने से भी समग्र वृद्धि को बढ़ावा मिला।

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, विप्रो और एचसीएल टेक जैसी आईटी कंपनियों की आय और मुनाफा एक और तिमाही में एक अंक में बढ़ी। नतीजे जारी करने वाली कंपनियों को अनुकूल आधार प्रभाव का भी लाभ मिला क्योंकि वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनियों की आय और मुनाफा वृद्धि में भारी गिरावट थी।

बिज़नेस स्टैंडर्ड के नमूने में शामिल 240 कंपनियों का कुल शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में 9.5 फीसदी बढ़कर लगभग 1.36 लाख करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले करीब 1.24 लाख करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 1.32 लाख करोड़ रुपये था। इन कंपनियों का कुल शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 7.1 फीसदी और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 10.5 फीसदी बढ़ा था।

नमूने में शामिल कंपनियों (बैंक, वित्त, बीमा और स्टॉक ब्रोकिंग को छोड़कर) का कुल शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में 13.5 फीसदी बढ़कर लगभग 65,400 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 56,612 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 65,348 करोड़ रुपये था।

बीएफएसआई और तेल एवं गैस (रिलायंस इंडस्ट्रीज सहित) को छोड़कर नतीजे जारी करने वाली बाकी कंपनियों का वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में कुल शुद्ध लाभ 11.6 फीसदी बढ़ा जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 4.5 फीसदी और वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 10.2 फीसदी बढ़ा था।

इन कंपनियों का कुल समायोजित शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 46,607 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 41,746 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में कंपनियों की आय बढ़ी है और बीएफएसआई से इतर कंपनियों की शुद्ध बिक्री या आय लगातार 10 तिमाही में एक अंक में बढ़ने के बाद दो अंक में पहुंच गई है।

नमूने में शामिल कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में 8.4 फीसदी बढ़कर लगभग 10.82 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले 9.98 लाख करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 10.35 लाख करोड़ रुपये थी।

बीएफएसआई को छोड़कर बाकी कंपनियों की शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 10.7 फीसदी बढ़कर 6.93 लाख करोड़ रुपये रही जो पिछली 11 तिमाहियों में सबसे तेज वृद्धि है। इसकी तुलना में इन कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में 5 फीसदी और वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 5.6 फीसदी बढ़ी थी।

बीएफएसआई और तेल एवं गैस को छोड़कर अन्य कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में 11.7 फीसदी बढ़कर 4.16 लाख करोड़ रुपये रही जो मार्च 2023 तिमाही के बाद सबसे तेज वृद्धि है। मार्च 2023 तिमाही में इसमें 13.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी।

नमूने में शामिल कंपनियों की कुल आय वृद्धि में सबसे अ​धिक 27.6 फीसदी योगदान रिलायंस इंडस्ट्रीज का रहा। इसके बाद इटर्नल का योगदान 10.5 फीसदी और जेएसडब्ल्यू स्टील का योगदान 6.5 फीसदी रहा।

दूसरी ओर क एचडीएफसी बैंक ने वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में शुरुआती कंपनियों के कुल शुद्ध लाभ में साल-दर-साल आधार पर 15.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ आय में सबसे बड़ा योगदान दिया। इसके बाद आईडीबीआई बैंक का स्थान रहा, जिसने 15.2 प्रतिशत और रिलायंस इंडस्ट्रीज का 13.6 प्रतिशत योगदान दिया। एचडीएफसी बैंक का भी प्रदर्शन शानदार रहा।

दूसरी ओर मंगलूर रिफाइनरीज, इंडसइंड बैंक और जिंदल सॉ आय वृद्धि में पीछे रहे जबकि ऐ​क्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक और जिंदल सॉ के मुनाफे में तेज गिरावट के बारण चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में नतीजे जारी करने वाली कंपनियों के कुल शुद्ध मुनाफे पर असर पड़ा है।

First Published - October 19, 2025 | 9:23 PM IST

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