भारत की लक्जरी कार विनिर्माता कंपनियां धनतेरस और दीवाली पर उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग को भुनाने के वास्ते कई त्योहारी ऑफर लाई हैं। इस साल वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों में किए गए बदलावों से प्रीमियम श्रेणी में कीमतें कम हुई हैं। आकर्षक ऋण योजनाओं के कारण भी इस रुझान को बल मिला है।
उद्योग विशेषज्ञों ने बताया कि कर की दरों में कमी और त्योहारों पर मिलने वाली छूट से खरीदारों की चांदी हो गई है। प्राइमस पार्टनर्स के सलाहकार अनुराग सिंह ने कहा, ‘लक्जरी श्रेणी में आमतौर पर सेवा, एक्सटेंडेड वारंटी और ब्याज में कमी जैसे फायदों के साथ छूट दी जाती है। यह खरीदारों के लिए अच्छा समय है। हालांकि, दिसंबर और मार्च के आसपास एक बार फिर इसी तरह के ऑफर आने की संभावना है।’
लक्जरी कार बनाने वाली कंपनियां ऐसे ऑफर तब भी पेश कर रही हैं, जब भारत के प्रीमियम वाहन बाजार में इस साल की पहली छमाही में कुछ नरमी आई है। उद्योग विशेषज्ञों ने इस मंदी के लिए शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव और वैश्विक भूराजनीतिक तनाव को जिम्मेदार ठहराया है, जिसने खरीदारों को सतर्क कर दिया है। उद्योग के अनुमानों के मुताबिक, इस साल के शुरुआती छह महीनों में करीब 22,900 लक्जरी कारों की बिक्री हुई है, जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 1.8 फीसदी अधिक है।
बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया ने जॉय डे अभियान शुरू किया है। इसके तहत जीएसटी 2.0 लागू होने के बाद गाड़ियों पर एक्स शोरूम कीमतों में 13.6 लाख रुपये तक की छूट दी जा रही है और बीएमडब्ल्यू स्मार्ट फाइनैंस के जरिये आकर्षक वित्तीय विकल्प भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा, ग्राहकों को बुलेट और बैलून भुगतान योजनाओं, सुनिश्चित बायबैक और 6.75 फीसदी तक की कम ब्याज दरों का लाभ भी दिया जा रहा है।